देहरादून : उत्तराखंड में विधानसभा चुनाव के बाद कांग्रेस पार्टी में उहापोह की स्थिति बन गई है पहले हरीश रावत को लेकर कांग्रेस पार्टी में असमंजस की स्थिति देखने को मिल रही थी और विधानसभा चुनाव में हार का जिम्मेदार भी हरीश रावत को माना गया था बावजूद इसके अब प्रदेश कांग्रेस कमेटी में नेता प्रतिपक्ष और प्रदेश अध्यक्ष को लेकर गुटबाजी सामने आ रही है कांग्रेस पार्टी में हरीश धामी को लेकर भी नेता प्रतिपक्ष की चर्चा जोरों पर है तो वहीं प्रीतम सिंह नेता प्रतिपक्ष के लिए प्रथम पायदान पर दिखाई पड़ रहे हैं। इसी के साथ प्रदेश में हुई करारी हार के बाद कांग्रेस ने पांच राज्यों के प्रदेश अध्यक्षों से इस्तीफे की पेशकश की थी जिसके बाद प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने अपना इस्तीफा राष्ट्रीय नेतृत्व को सौंप दिया था लेकिन कयास किए भी लगाए जा रहे हैं कि एक बार फिर गणेश गोदियाल को प्रदेश अध्यक्ष की कमान कांग्रेस पार्टी थमा सकती है।
इसी दौरान कांग्रेस प्रवक्ता गरिमा मेहरा दसोनी ने कहा है कि रात के बाद दिन का उजाला जरूर होता है। आज कांग्रेस की काली रात है तो कल कांग्रेस का उजाले के साथ दिन भी होगा. वहीं नेता प्रतिपक्ष और प्रदेश अध्यक्ष को लेकर उन्होंने कहा है कि बहुत जल्द हमारा नेतृत्व नेता प्रतिपक्ष और प्रदेश अध्यक्ष की घोषणा करने वाला है जिसका हम सभी कार्यकर्ताओं और प्रदेश की जनता को बेसब्री से इंतजार है।
इस दौरान रायवाला में चल रही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के मंथन शिविर को लेकर हमला करते हुए कहा है राष्ट्रीय स्वयंसेवक ने देश के अंदर नफरत की भावना फैलाने का काम किया है और अब उत्तराखंड में नफरत और ज़हर फैलाने का काम राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ कर रहा है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ चापलूसी और चाटुकारिता में विश्वास करता है।
उन्होंने आरएसएस को भाजपा की बी टीम बताते हुए कहा है कि भाजपा ने बड़े बड़े विभागों में आरएसएस के लोगोॆ को एडजस्ट करने का काम किया है। आरएसएस बैक डोर से अपने लोगों को नियुक्ति देने का काम कर रहा है। देश प्रदेश में आरएसएस भाजपा ने भुखमरी की स्तिथि पैदा करदी है। आज देश और प्रदेश में महंगाई भ्रष्टाचार और भुखमरी चरम पर है और भारत की जनता इस सिद्धांत को भुगत रही है।