हरियाणा में विधानसभा चुनावों के नतीजों की घोषणा में हो रही देरी को लेकर कांग्रेस पार्टी ने Election Commission पर गंभीर आरोप लगाए हैं। पार्टी के नेताओं का कहना है कि चुनाव आयोग जानबूझकर डेटा को धीरे-धीरे अपडेट कर रहा है, जिससे नतीजों में पारदर्शिता को खतरा पैदा हो रहा है। कांग्रेस के नेता जयराम रमेश ने कहा, चुनाव आयोग की वेबसाइट पर चुनावी रूझानों को जानबूझकर धीमी गति से साक्षा किया जा रहा है। इससे यह आशंका व्यक्त की जा रही है कि भाजपा प्रशासन पर दवाब बनाने की कोशिश कर रही है।
यह प्रक्रिया मतदाताओं के अधिकारों का हनन
जयराम रमेश ने कहा कि यह प्रक्रिया मतदाताओं के अधिकारों का हनन कर रही है और चुनावी प्रक्रिया की विश्वसनीयता को प्रभावित कर रही है। जयराम रमेश ने चुनाव आयोग से अनुरोध किया है कि वह नतीजों को तेजी से और सही तरीके से साक्षा करे, ताकि मतदाता और जनता का विश्वास बना रहे।
कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत ने क्या कहा?
कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत ने भी इस मुद्दे पर अपनी राय व्यक्त की है। उन्होनें कहा, ये ट्रेंड बदलेगा। चुनाव आयोग की वेबसाइट डेटा अपडेट नहीं कर रही है। हमारे डेटा में कांग्रेस आगे चल रही है। तस्वीर पलटेगी। उधर, कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने भी कहा, हम अपने एजेंट से अपील करते हैं कि अपने-अपने पोलिंग सेंटर्स पर डटे रहे।
बीजेपी पर गंभीर आरोप
उधर, हिमाचल प्रदेश के मंत्री और कांग्रेस नेता जगत नेगी ने हरियाणा विधानसभा चुनाव 2024 पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए बीजेपी पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होनें कहा कि, हरियाणा में बीते 10 सालों से जनता बीजेपी से खुश नहीं थी। अगर बीजेपी जीत जाती है तो यह लोकतंत्र का दुर्भाग्य होगा। नेगी ने बीजेपी के आत्मविश्वास पर भी सवाल उठाते हुए कहा, कुछ न कुछ गड़बड़ तो होगी, इसलिए इतनी चीजें खिलाफ होने के बाद भी बीजेपी के लोग इतने कॉन्फिडेंट दिख रहे हैं। उन्होनें आगे कहा, गड़बड़ तो कई तरह की होती है। ईवीएम को बदलना या उसके अंदर कुछ करना, यह तो जांच का विषय है।