हल्द्वानी- भाजपा प्रदेश अध्यक्ष के नेता प्रतिपक्ष पर अभद्र टिप्पणी करने के बाद राजनीति में भूचाल आ गया है। सीएम ने खुद बंशीधर भगतकी गलती के लिए नेता प्रतिपक्ष से माफी मांगी है। वहीं सोशल मीडिया पर बंशीधर भगत की जमकर आलोचना हो रही है। जनता और कांग्रेस का कहना है कि खुद को अनुशासित कहने वाली भाजपा संगठन के अध्यक्ष अभद्र भाषा का प्रयोग कर रहे हैं वो भी एक महिला के लिए। वहीं इससे कांग्रेस कार्यकर्ताओं में भारी आक्रोश है। इसी आक्रोश के चलते आज कांग्रेस ने हल्द्वानी के बुध पार्क में बंशीधर भगत के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और पुतला फूंका। इस दौरान कांग्रेस के सैकड़ों कार्यकर्ता और पदाधिकारी मौजूद रहे।
कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने इस दौरान कहा कि महिलाओं का सम्मान करने की बात कहने वाली पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष ही महिलाओं का अपमान कर रहे हैं। कांग्रेस ने पुतला दहन करते हुए भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत से सार्वजनिक रूप से माफी मांगने की मांग कीहै। इस दौरान राबुल छिमवाल ने कहा कि भाजपा प्रदेश अध्यक्ष के हर कार्यक्रम का कांग्रेस विरोध करेगी। कांग्रेस की मांग है कि बंशीधर भगत सार्वजनिक रुप से नेता प्रतिपक्ष से माफी मांगे।
नेता प्रतिपक्ष का बयान
प्रतिपक्ष इंदिरा ह्रदयेश ने बंशीधर की अभद्र टिप्पणी पर कहा कि जो पार्टी बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ और महिला सम्मान की बात करती है उनका चरित्र आज सबके सामने आ गया है। सोशल मीडिया के जरिए उनको भी जानकारी मिली जब उन्होंने बंशीधर भगत का यह बयान देखा तो उन्हें काफी दुख हुआ एक पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष महिलाओं और प्रदेश की मातृशक्ति के बारे में इस तरह की अमर्यादित टिप्पणी कर रहे हैं जो कि बिल्कुल भी जायज नहीं है और उनकी इस टिप्पणी का प्रधानमंत्री और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष को संज्ञान लेना चाहिए। नेता प्रतिपक्ष इंदिरा ह्रदयेश ने कहा की चाल चरित्र और चेहरे की बात करने वाली भाजपा का असली सच यही है कि वह महिलाओं का कितना सम्मान करती है जब पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष की यह सोच है तो पार्टी की नियत का आप अंदाजा लगा सकते हैं लिहाजा उनको तत्काल माफी मांगनी चाहिए।
सीएम का ट्वीट
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने ट्टवीट कर नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश से माफी मांगी। उन्होंने ट्विट किया कि आदरणीय @IndiraHridayesh बहिन जी आज मैं अति दुखी हूँ । महिला हमारे लिए अति सम्मानित व पूज्या हैं। मैं व्यक्तिगत रूप से आपसे व उन सभी से क्षमा चाहता हँ जो मेरी तरह दुखी हैं। मैं कल आपसे व्यक्तिगत बात करूँगा व पुनः क्षमा याचना करूँगा।