उत्तराखंड में नए जिलों के गठन को लेकर जल्द रायशुमारी शुरु हो सकती है। सीएम पुष्कर सिंह धामी ने इस संबंध में बयान दिया है। सीएम ने कहा है कि वो नए जिलों के गठन को लेकर जनप्रतिनिधियों से राय मशविरा करेंगें.
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दरअसल पिछली बीजेपी सरकारों में भी राज्य में नए जिले बनाने की मांग उठ चुकी है। अपने पहले कार्यकाल में सीएम पुष्कर सिंह धामी ने इस मसले पर सक्रियता दिखाई थी। हालांकि उन्होंने कहा था कि जिलों के गठन को लेकर बनाए गए आयोग की रिपोर्ट आने का इंतजार किया जाएगा।
इसी बीच आज सीएम धामी ने कहा है कि वो नए जिलों के निर्माण को लेकर जन प्रतिनिधियों से चर्चा करेंगे और उसके बाद कोई फैसला लेंगे। सीएम धामी के इस बयान से समझा जा सकता है कि सरकार अब नए जिलों के गठन के मसले पर फिर एक बार सक्रिय हुई है। आपको बता दें कि कोटद्वार, डीडीहाट, यमुनोत्री और रानीखेत को नए जिले के तौर पर बनाने का प्रस्ताव है।
11 साल पुरानी घोषणा
राज्य में नए जिलों के निर्माण की घोषणा एक दशक से भी अधिक पुरानी है। 15 अगस्त 2011 को देहरादून स्थित परेड ग्राउंड में तत्कालीन मुख्यमंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने मंच से राज्य में चार नए जिलों के गठन का ऐलान किया था। निशंक ने कहा था कि कोटद्वार, डीडीहाट, यमुनोत्री और रानीखेत को नए जिले के तौर पर स्थापित किया जाएगा। इसमें पौड़ी के कोटद्वार को अलग किया जाएगा, पिथौरागढ़ से डीडीहाट को, उत्तरकाशी को यमुनोत्री और अल्मोड़ा से रानीखेत को अलग करने का प्रस्ताव है।