हजारों करोड़ खर्च, फिर भी देहरादून के स्मार्ट बनने का इंतजार, अब सीएम धामी लगे मोर्चे पर उत्तराखंड की राजधानी देहरादून को स्मार्ट सिटी बनाने का काम कब पूरा होगा ये राम जाने। फिलहाल पिछले कई सालों से स्मार्ट सिटी के नाम पर ‘खेल’ खूब हुआ और तकरीबन 1400 करोड़ रुपए खर्च कर दिए गए। अब इतने साल बीत जाने के बाद मुख्यमंत्री धामी ने फिर से एक बार अधिकारियों के साथ चर्चा की है कि आखिरकार देहरादून स्मार्ट कैसे बनेगा?
गुरुवार को सीएम धामी ने स्मार्ट सिटी परियोजना से जुड़े अधिकारियों की एक बैठक बुलाई। इस बैठक में मुख्य सचिव के साथ ही शहर के मेयर भी शामिल हुए। इस बैठक में सीएम धामी ने कहा कि सभी कार्य गुणवत्तापूर्वक तय सीमा के अन्तर्गत हों। जन प्रतिनिधियों द्वारा जो भी सुझाव दिये जा रहें हैं, उन सुझावों को पूरी गम्भीरता से लेते हुए अमल में लाया जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि जन सुविधा के दृष्टिगत स्मार्ट सिटी के कार्य तेजी से पूर्ण किये जाएं। यह सुनिश्चित किया जाए कि जनता का पैसा जनहित में सही प्लानिंग से उपयोग हो। इसके लिए सभी विभाग एवं कार्यदाई संस्थाएं समन्वय के साथ कार्य करें।
वहीं सीईओ स्मार्ट सिटी/जिलाधिकारी देहरादून सोनिका ने स्मार्ट सिटी के तहत चल रहे विभिन्न कार्यों की प्रगति की विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कहा कि इस देहरादून स्मार्ट सिटी परियोजना को जून 2023 तक पूर्ण करने का लक्ष्य रखा गया है। स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत जिन 26 परियोजनाओं पर कार्य होना था, उनमें से 10 पूर्ण हो चुके हैं, 4 परियोजनाओं पर अधिकांश कार्य पूर्ण हो चुके हैं 12 परियोजनाओं पर कार्य गतिमान है।
वहीं सीएम धामी ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि स्मार्ट सिटी के तहत जिन कार्यों को पूर्ण करने के लिए बजट की और आवश्यकता है, उनका प्रस्ताव बनाकर शीघ्र शासन को भेजा जाए। स्मार्ट सिटी के तहत परेड ग्राउण्ड में होने वाले विभिन्न कार्यों की समीक्षा के लिए मुख्यमंत्री ने मुख्य सचिव को अलग से बैठक करने के निर्देश दिये।
मुख्यमंत्री ने सभी कार्यदाई संस्थाओं के अधिकारियों को निर्देश दिये कि कार्य की गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं किया जायेगा। कार्य की गुणवत्ता में कोई कमी पाई गई तो संबंधितों पर सख्त कारवाई की जायेगी। उन्होंने गढ़वाल कमिश्नर को भी स्मार्ट सिटी के कार्यों की नियमित समीक्षा करने के निर्देश दिये।