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देहरादून की लीची की मशहूरित कभी दूर दूर तक फैली है। मशहूरियत तो अब भी लेकिन लगातार बढ़ती आबादी के चलते अब लीची के बाग भी खत्म हो रहे हैं और लीची भी। खत्म होती देहरादून की लीची को लेकर अब सीएम धामी की चिंताएं भी सामने आ रहीं हैं। सीएम ने देहरादून की लीची को बचाने के लिए मुहिम चलाने के निर्देश दिए हैं। सीएम ने कहा है कि अधिक से अधिक लीची के पेड़ लगाए जाएं।
शुक्रवार को सीएम धामी ने मुख्यमंत्री आवास परिसर में लीची सहित अन्य फलदार पेड़ों का मुख्यमंत्री निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने फलदार पेड़ लगाने के लिए जनजागरूकता की भी बताई जरूरत।
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मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री आवास परिसर स्थित लीची के पेड़ों से लीची तोड़ने की व्यवस्था का अवलोकन भी किया। उन्होंने कहा कि देहरादून की लीची के लिये भी पहचान रही है। देहरादून की यह पहचान बनी रहे इसके लिये अधिक से अधिक लीची के पेड़ लगाए जाने की उन्होंने जरूरत बताई। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस संबंध में जन जागरूकता पर भी ध्यान दिया जाए।
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मुख्यमंत्री ने उद्यान विभाग को इसके लिये पहल करने को कहा। राजकीय परिसरों आवासों के साथ ही सार्वजनिक स्थलों व पार्कों में लीची सहित अन्य फलदार पेड़ों के लगाये जाने के प्रयास किये जाने के लिये जनभागीदारी की भी उन्होंने जरूरत बतायी।
प्रभारी उद्यान मुख्यमंत्री आवास दीपक पुरोहित ने मुख्यमंत्री को मुख्यमंत्री आवास परिसर एवं उद्यान निदेशालय परिसर में स्थापित फलदार पेड़ो की जानकारी दी। उन्होंने जानकारी दी कि इस वर्ष मार्च में तापमान में बहुत ज्यादा वृद्धि से समस्त फलों पर कुप्रभाव पड़ा है। पिछले एक सप्ताह में तापमान में जो वृद्धि हुई है, उससे लगभग 25 प्रतिशत लींची फल फटने की समस्या आयी है।