उत्तराखंड से बड़ी खबर है। उत्तराखंड की अनामिका को इंसाफ दिलाने के लिए अब उत्तराखंड सरकार ने भी कमर कस ली है। उत्तराखंड सरकार इस संबंध में केंद्रीय कानून मंत्री और सुप्रीम कोर्ट में अनामिका का केस देख रही वकील से बात कर रही है। सीएम धामी ने इस संबंध में बयान दिया है।
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आपको बता दें कि 2012 में पौड़ी की रहने वाली बेटी जिसे ‘अनामिका’ कहा गया का दिल्ली के छांवला इलाके से अपहरण कर लिया गया था। अनामिका का क्षत विक्षत शव अपहरण के तीन दिन बाद हरियाणा के रेवाड़ी के रोधाई गांव में एक खेत में मिला था। अनामिका के साथ गैंगरेप के बाद हत्या कर शव फेंका गया था। शव के साथ निर्ममता के साथ दरिंदगी की गई थी। यहां तक की उसके कानों में तेजाब डाला गया था। उसकी आंखों को पेचकस से फोड़ दिया गया था। इसके साथ ही अनामिका के पूरे शरीर पर चोट के निशान थे।
इस मामले में दिल्ली पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया था। इनमें से एक आरोपी राहुल ने अपना अपराध स्वीकार किया था। राहुल ने बताया था कि उसका दोस्त रवि लगातार अनामिका पर दोस्ती का दबाव डाल रहा था। मना करने पर राहुल, रवि और विनोद ने अनामिका का अपहरण किया, इसके बाद गैंगरेप करने के बाद उसे यातनाएं दीं और मार कर फेंक दिया। राहुल की ही निशानदेही पर पुलिस ने अनामिका का शव बरामद किया था। इसके बाद रवि और विनोद को अरेस्ट किया गया।
दिल्ली पुलिस ने कोर्ट में केस लड़ा और दिल्ली हाईकोर्ट ने आरोपियों को दोषी मानते हुए इस अपराध को दुर्लभतम अपराध माना और तीनों को फांसी की सजा सुना दी। इसके बाद आरोपियों ने सजा के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में अपील की। सुप्रीम कोर्ट ने तीनों आरोपियों को बाइज्जत बरी कर दिया।
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तीनों आरोपियों के बरी होने के बाद से ही उत्तराखंड में लोगों में सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले से हैरान और स्तब्ध हैं। लोगों की मांग की है तीनों आरोपियों को बरी करना ठीक नहीं है। वहीं राज्य सरकार पर इस मामले में दखल देने का दबाव बढ़ने लगा है।
इसके बाद अब सीएम धामी ने इस मामले में पहल की है। सीएम धामी ने अब केंद्रीय कानून मंत्री किरन रिजुजू के साथ ही वकील चारु खन्ना से बात करने का आश्वासन दिया है। सीएम ने कहा है राज्य की बेटी को इंसाफ दिलाने के लिए हर संभव प्रयास किया जाएगा।
वहीं अनामिका के मां बाप भी सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले से बेहद निराश हैं। वो पिछले तकरीबन 12 सालों से अपनी बेटी को इंसाफ दिलाने के लिए लड़ रहे थे। लेकिन सुप्रीम कोर्ट के फैसले से उन्हें निराशा मिली है।
इस मामले को उच्चतम न्यायालय में देख रही वकील चारू खन्ना और केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू से भी बात की है। किरण हमारे प्रदेश की, देश की बेटी है, उसको न्याय दिलाने के लिए हम हर संभव प्रयास करेंगे: किरण नेगी गैंगरेप मामले पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर उत्तराखंड CM पुष्कर सिंह धामी pic.twitter.com/knHP1cGRTX
— ANI_HindiNews (@AHindinews) November 8, 2022