14 फरवरी को उत्तराखंड में मतदान है। उत्तराखंड के साथ साथ पंजाब में भी 14 फरवरी को मतदान होगा। वहीं इससे पहले पंजाब के सीएम चरणजीत सिंह चन्नी ने राज्य में विधानसभा चुनाव को टालने का अनुरोध किया है। पंजाब के सीएम ने इसके लिए चुनाव आयोग को पत्र लिखा है। उन्होंने 14 फरवरी को होने वाले चुनाव को कम से कम 6 दिन के लिए टालने का अनुरोध किया।
सीएम चन्नी ने मुख्य चुनाव आयोग को लिखा पत्र
पंजाब के सीएम चरणजीत सिंह चन्नी ने 13 जनवरी को मुख्य चुनाव आयुक्त को पत्र लिखकर अनुरोध किया कि 16 फरवरी को गुरु रविदास जयंती के मद्देनजर राज्य के अनुसूचित जाति समुदाय के कई लोगों के वाराणसी आने की संभावना कम से कम 6 दिनों के लिए 14 फरवरी के राज्य विधानसभा चुनाव को स्थगित कर दें। सीएम ने लिखा है कि अनुसूचित जाति समुदाय के प्रतिनिधियों ने यह महत्वपूर्ण जानकारी दी है कि 16 फरवरी को गुरु श्री रविदास जी की जयंती है। इस मौके पर पंजाब से काफी संख्या में अनुसूचित जाति के लोग उत्तर प्रदेश के वाराणसी जाते हैं और यह वहां 10 से 16 फरवरी तक रहते हैं। यह संख्या करीब 20 लाख तक होती है।
सीएम चन्नी ने पत्र में बताया है कि पंजाब में अनुसूचित जाति के मतदाताओं की संख्या करीब 32 प्रतिशत है। ऐसी स्थिति में 14 फरवरी को मतदान हुआ तो इसका असर उस पर पड़ेगा। अनुसूचित जाति के प्रतिनिधियों का कहना है कि 14 फरवरी को मतदान होने की स्थिति में काफी संख्या में इस वर्ग के लोग मताधिकार का इस्तेमाल करने से वंचित रह सकते हैं। सीएम ने लिखा कि ऐसी स्थिति में स्वतंत्र एवं निष्पक्ष चुनाव कराने के मद्देनजर राज्य में मतदान कम से कम छह दिन टाला जाना चाहिए, ताकि 20 लाख लोग अपने मताधिकार का इस्तेमाल कर सकेंं।