रामनगर तराई पश्चिमी वन विभाग के गश्ती दल की लापरवाही से लगातार वन्यजीव जंगल से आबादी की तरफ रुख कर रहे है यह मामला पहला मामला नहीं है। इससे पूर्व में भी वन्य जीव सड़कों पर दिखाई दिए है तो वहीं आज ताजा मामला सामने आया है। रामनगर वन प्रभाग क्षेत्र के अंतर्गत मोहल्ला भरतपुरी आबादी में एक चीतल आ गया। जो कोसी नदी और जंगल वन्य जीवों का बाहुल्य क्षेत्र है। वहीं चीतल के आबादी क्षेत्र में आने की सूचना वन विभाग को दी गई ओर मौके पर टीम ने हिरन को रेस्क्यू करने की कोशिश की लेकिन रेस्क्यू के दौरान चीतल घर की छत से गिरकर घायल हो गया।वन विभाग की टीम घायल चीतल हिरन को उपचार के लिए पशु चिकित्सालय पहुँचे। जहाँ इलाज के दौरान चीतल की मौत हो गई।
कॉर्बेट पार्क के जंगल से निकलकर एक चीतल रामनगर वन प्रभाग की सीमा के अंतर्गत पड़ने वाले आबादी क्षेत्र भरतपुरी में आ गया। इसकी सूचना रामनगर वन प्रभाग को दी गई। सूचना पाते ही वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और चीतल का रेस्क्यू शुरू किया गया। रेस्क्यू के दौरान चीतल एक घर की छत से नीचे गिर गया। टीम घायल चीतल को पशु चिकित्सालय ले आई जहां चीतल की इलाज के दौरान मौत हो गई। देखने वाली बात यह कि वन विभाग की रेस्क्यू टीम द्वारा हिरन को रेस्क्यू नही कर पाई।जिसके चलते चीतल हिरन टीम को देख कर घबरा गया और अपनी जान बचाने के मकान की छत से कूद गया जिस कारण हिरन गम्भीर रूप से घायल हो गया और इलाज के दौरान मौत हो गई ।जिसमें वन विभाग टीम की तरफ लापरवाही दर्शाती है ।जो एक सोचनीय विषय है