उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गौचर मेले का विधिवत शुभारंभ किया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने ऐतिहासिक गौचर मेला मैदान को मिनी स्टेडियम के रूप में विकसित करने और गौचर मेले के सफल संचालन के लिए 10 लाख देने की घोषणा की। दो वर्षों बाद आयोजित गौचर मेले में इस बार बहुआयामी रंग में देखने को मिल रहे हैं। इस अवसर पर स्कूली बच्चों ने पहले दिन रावल देवता की पूजा के बाद सुबह प्रभात फेरी निकाली और मेलाध्यक्ष ने झंडारोहण कर मार्चपास की सलामी ली गई।
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आज चमोली जिले में गौचर मेले का विधिवत शुभारंभ किया। 70वें राजकीय औद्योगिक विकास और सांस्कृतिक मेले का आगाज ईष्ट रावत देवता की पूजा के साथ हुआ। मुख्यमंत्री के ऐतिहासिक मेले में पहुंचने पर जोरदार स्वागत किया गया। मुख्यमंत्री ने ऐतिहासिक गौचर मेला मैदान को मिनी स्टेडियम के रूप में विकसित किए जाने और गौचर मेले के सफल संचालन के लिए 10 लाख देने की घोषणा है।
मेले के उद्घाटन के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि गौचर मेला संस्कृति, बाजार तथा उद्योग तीनों के समन्वय के कारण एक प्रसिद्व राजकीय मेला है और साल दर साल यह मेला अपनी ऊंचाइयों को छू रहा है। उन्होंने मेले को भव्य और आकर्षक स्वरूप दिए जाने को लेकर जिला प्रशासन की तारीफ की।
उन्होंने कहा कि यह विशिष्ट और ऐतिहासिक मेला उत्तराखंड के प्रमुख मेलों में से एक है और इसमें सरकार के अधिकांश विभाग भाग लेते हैं। मेले हमारे जीवन में इन्द्रधनुषी रंगों की तरह हैं और जीवन में ताजगी और उत्साह भर देते हैं। प्राचीन समय में, जब संचार और परिवहन की कोई ऐसी सुविधाएं नहीं थीं, तो इन मेलों ने सामाजिक ताने बाने को बुनने में बहुत मदद की और लोगों का सामाजिक और व्यावहारिक दायरा बढ़ाया। उन्होंने कहा कि हमारे देश में और विशेष रूप से उत्तराखंड में अधिकतर मेले सांस्कृतिक मेल मिलाप का माध्यम रहे हैं, लेकिन गोचर मेला विशेष है, क्योंकि संस्कृति की छटा बिखेरने के अलावा यह मेला यहां की जनता के व्यापारिक अवसरों को भी बढ़ाता है। इस मेले में प्रदर्शित झांकियों ने उत्तराखंड की विशिष्ट एवं बहुआयामी संस्कृति को प्रदर्शित किया है।
मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि सरकार का मुख्य लक्ष्य उत्तराखंड के सकल घरेलू उत्पाद को बढ़ाना है और इसके लिए औद्योगिक विकास का महत्व सर्वाधिक है और औद्योगिक विकास के लिए बुनियादी ढांचे को मजबूत करना बहुत जरुरी है। इसके लिए सरकार रोड कनेक्टिविटी, रेल कनेक्टिविटी, ऊर्जा आदि क्षेत्रों में विशेष ध्यान दे रही है। उन्होंने कहा कि पर्यटन की किसी भी देश के सामाजिक, सांस्कृतिक और आर्थिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका होती है और पर्यटन तो राज्य की लाइफलाइन है। केंद्र और राज्य सरकार के सहयोग से रोड कनेक्टिविटी एवं हवाई कनेक्टिविटी के विस्तार से निश्चित रूप से राज्य में पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा और राज्य की आर्थिकी को लाभ पहुंचेगा। साथ ही प्रदेश में चारधाम सड़क परियोजना, ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेलवे लाइन का निर्माण तथा निर्माणाधीन रोप वे परियोजनाएं से पता चलता है कि प्रदेश सरकार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में विकास के लिए तत्पर है। सीएम ने कहा कि आपका यह मुख्य सेवक आपको विश्वाश दिलाता है कि जब तक उत्तराखंड देश का सर्वश्रेष्ठ राज्य नहीं बन जाएगा, हम चौन से नही बैठेंगे। उन्होंने सभी को मेले के सफल आयोजन के लिए हार्दिक शुभकामनाएं एवं बधाई दी। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर कई लोगों को सम्मानति किया।
स्कूली बच्चों ने प्रभात फेरी निकाली
स्कूली बच्चों ने गौचर मेले में पहले दिन रावल देवता की पूजा के बाद सुबह प्रभात फेरी निकाली। मेलाध्यक्ष ने झंडारोहण कर मार्चपास की सलामी ली गई। गौचर मेला मुख्य द्वार से चटवापीपल पुल तक एवं वापसी उसी रूट से होते हुये मुख्य मेला द्वार तक क्रास कंट्री का आयोजन किया गया। मेले में विभिन्न रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुतियां दी गई। खेल मैदान में बालक एवं बालिकाओं की दौड़, नेहरू चित्रकला प्रतियोगिता, शिशु प्रदर्शनी और शिक्षण संस्थाओं द्वारा रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए। मेले की पहली सांस्कृतिक संध्या पर रात्रि को मसहूर जादूगर द्वारा एक जादुई यात्रा में हैरत अंगेज जादू दिखाएं जाएंगे। गौचर मेले में पारंपारिक पहाडी संस्कृति से सजा पांडाल मेलार्थियों के बीच खासे आकर्षण का केंद्र बना हुआ है।
इस दौरान भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेद्र भट्ट, कैबनेटमंत्री मंत्री डा. धन सिंह रावत, कर्णप्रयाग विधायक अनिल नौटियाल, थराली विधायक भूपाल राम टम्टा, रूद्रप्रयाग विधायक भरत चौधरी, केदारनाथ विधायक शैला रानी रावत, पूर्व विधायक मुन्नी देवी शाह, कर्णप्रयाग ब्लाक प्रमुख चन्द्रेश्वरी देवी, गौचर नगर पालिका अध्यक्ष अंजू बिष्ट, कमिश्नर गढवाल सुशील कुमार, जिलाधिकारी हिमांशु खुराना, पुलिस अधीक्षक प्रमेन्द्र डोबाल, मुख्य विकास अधिकारी ललित नारायण मिश्र, मेलाधिकारी संतोष कुमार पांडेय आदि सहित बडी संख्या में लोग मौजूद थे।