चारधाम यात्रा की शुरुआत हो चुकी है। गंगोत्री, यमुनोत्री समेत बाबा केदारनाथ धाम के कपाट भी श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए गए हैं। 27 अप्रैल को बद्रीनाथ धाम के भी कपाट श्रद्धालुओं के लिए खुलने जा रहे हैं। इसके बाद उत्तराखंड में पवित्र चार धाम यात्रा की विधिवत शुरुआत हो जाएगी।
2022 में रिकॉर्ड तोड़ पहुंचा था आंकड़ा
पिछले वर्ष चारधाम यात्रा में 42 लाख से ज्यादा यात्रियों ने दर्शन किए थे। 2013 की आपदा और करोना काल के बाद से यह संख्या रिकॉर्ड तोड़ थी। केदारनाथ में 14 लाख 25 हजार लाख श्रद्धालु, बद्रीनाथ में 15 लाख 20 हजार श्रद्धालु, गंगोत्री धाम में छह लाख से अधिक श्रद्धालु, यमुनोत्री धाम में 4 लाख 75 लाख श्रद्धालु, हेमकुंड साहिब में भी 2 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने दर्शन किए थे। पिछले साल चारधाम यात्रा में करीब 201 श्रद्धालुओं की मौत भी हो गई थी।
बेहतर सुविधाओं का दावा
अक्षय तृतीया के मौके पर शुरू हुई 2023 की चारधाम यात्रा के बाद अभी तक चार श्रद्धालुओं की मौत हो चुकी है। जिसको लेकर विपक्ष द्वारा यात्रा व्यवस्थाओं व स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर सरकार पर आरोप लगाए जा रहे हैं। जिस पर बीजेपी प्रदेश प्रवक्ता विपिन कैंथोला ने कहा कि चारों धामों में श्रद्धालुओं की संख्या इस बार सबसे अधिक होने वाली है। जिसको देखते हुए और पिछले वर्ष की यात्रा व्यवस्थाओं से सीख लेते हुए हर स्तर पर सरकार के द्वारा बेहतर प्रबंध किए गए हैं।
जिन श्रद्धालुओं के अभी तक मौत हुई है। वह सभी किसी न किसी बीमारी से ग्रसित थे। इसके अलावा स्वास्थ्य व्यवस्थाओं का इस बार सरकार ने बेहतर प्रबंध किए हैं। प्रत्येक किलोमीटर की दूरी पर हेल्थ पोस्ट बनाई गई है। इसके साथ ही जगह-जगह यात्रा रूट पर एंबुलेंस की तैनाती की गई है।
गंभीर स्थिति से निपटने के लिए एंबुलेंस का भी प्रावधान किया गया है। विशेषज्ञ चिकित्सक पैरामेडिकल स्टाफ समेत दवा परीक्षण आदि की भी व्यवस्था की गई है। जिसकी लगातार स्वास्थ्य सचिव द्वारा मॉनिटरिंग की जा रही है। सरकार को पूरी उम्मीद है कि इस बार की यात्रा सुखद और पिछली बार की अपेक्षा रिकॉर्ड तोड़ यात्री भी चारों धामों में पहुंचेंगे।
सरकार पर साधा निशाना
उत्तराखंड में चार धाम यात्रा शुरू हो चुकी है। जिसमें तीन धाम यमुनोत्री, गंगोत्री और केदारनाथ के कपाट खुल चुके हैं। कल बद्रीनाथ धाम के कपाट खुलने हैं। वही बात करें तो कांग्रेस की प्रवक्ता गरिमा महरा दसौनी ने कहा कि ये दुर्भाग्य है हमारे प्रदेश का की अभी यात्रा को शुरू हुए चार दिन हुए थे। इन चार दिनों में ही चार तीर्थ यात्रियों की मौत की खबर सामने आ गई।
स्वास्थ्य मंत्री पर दागे सवाल
गरिमा दसोनी ने चार धाम में स्वास्थ्य सुविधाओं में हो रही कमियों पर भी सवाल खड़े किए। दसोनी ने कहा सरकार स्वास्थ्य सुविधा को लेकर बड़े-बड़े दावे कर रही थी। लेकिन सब हवा-हवाई निकले। उत्तराखंड के स्वास्थ्य मंत्री धन सिंह रावत पर भी गरिमा दसोनी ने सवाल खड़े किए। गरिमा ने कहा जिस मंत्री को चारधाम यात्रा में होना चाहिए था वह कर्नाटक चुनाव में व्यस्त हैं।
जहां एक ओर चार धाम यात्रा शुरू हो गई वहीं चार धाम यात्रा को लेकर विपक्ष सरकार पर लगातार सवाल उठा रही है। यात्रा के दौरान चार श्रद्धालु की मौत के बाद सियासत शुरू हो गई है। आगे देखना होगा कि चार धाम यात्रा श्रद्धालुओं के लिए कितनी सुगम साबित होगी।
सुशांत सिंह के इनपुट के आधार पर