चमोली : ऋषिगंगा जल प्रलय के 10वें दिन मंगलवार को तपोवन जल विद्युत परियोजना की निर्माणाधीन सुरंग में मलबा हटाने का कार्य जारी है। परियोजना के बैराज की ओर मलबा जमा है, जिसमें शवों के दबे होने की आशंका है। ऋषिगंगा जल प्रलय के दसवें दिन तपोवन जल विद्युत परियोजना की निर्माणाधीन सुरंग से दो और शव मिले हैं। अब कुल मृतकों की संख्या 58 हो गई है। लापता 206 लोगों में से अभी भी 146 लापता हैं। सुरंग से अब तक 11 शव बरामद किए जा चुके हैं। वहीं परियोजना के बैराज की ओर मलबा जमा है जिसमें शवों के दबे होने की आशंका है। जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया ने बताया कि सुरंग से मलबा हटाने का कार्य जारी है। मलबे में मिल रहे शवों का मौके पर ही पोस्टमार्टम कर परिजनों को सौंपा जा रहा है। जिनके परिजन समय पर शवों को लेने के लिए नहीं पहुंचे तो ऐसे शवों के डीएनए सुरक्षित रखे जा रहे हैं।
बाप बेटे दोनों लापता
वहीं बता दें कि इस आपदा में करछौं गांव के एक परिवार के दोनों बाप-बेटे लापता हो गए हैं। दोनों बाप बेटे कुलदीप सिह पुत्र गैर सिंह और आशीष सिह पुत्र कुलदीप सिंह के इंतजार में पूरा परिवार बैठा है। परिवार वालों का रो रोकर बुरा हाल है। जानकारी मिली है कि पिता और बेटा दोनों ऋषिगंगा पावर प्रोजेक्ट मे काम करते थे।
वहीं करछौं गांव के दूसरे परिवार से ओम प्रकाश सिंह पुत्र प्रेम सिंह तपोवन टनल में काम करते थे, जो अभी तक लापता चल रहे हैं। जिलाधिकारी दोनों परिवारों से मिलीं और दुख की इस घड़ी में परिवार को ढांढस बंधाया। जिलाधिकारी ने परिजनों को अपना फोन नबंर भी दिया। कहा कि किसी भी तरह से मदद की आवश्यकता होगी तो सीधे संपर्क करें। इस अवसर पर उप जिलाधिकारी कुमकुम जोशी भी मौजूद थे। जिला प्रशासन ने परिजनों को राशन व बर्तन किट, सोलर लाइट, कम्बल देते हुए हर संभव मदद का भरोसा दिया।