चमोली: जिले में आई आपदा के बाद की खौफनाक तस्वीरों ने सबके दिल को दहला दिया था. इस जलप्रलय में जानमाल का भारी नुकसान देखने को मिला है. कई लोग इस तबाही में लापता हो गए, जिनकी वापसी की आस में बैठे परिजनों की अब उम्मीदें टूट चुकी है. तपोवन सुरंग से निकलते शवों को देख लोगों की उम्मीदें भी उसी सुरंग में दफन हा चुकी हैं. आज भी सुरंग से 2 और शव बरामद हुए हैं.
चमोली जिले में आई आपदा के कहर को देख हर कोई हैरान है. इस आपदा में किसी का घर उजड़ गया तो कोई अपनों से बिछड़ गया. किसी के जीने का सहारा छीन गया तो किसी के सामने रोजीरोटी का सकंट आ खड़ा हुआ. इन्ही सबके बीच कई लापता लोगों के परिजनो को उनके वापस आना का इंतजार भी है. लेकिन, जिस तरह से अब तपोवन टनल के अंदर से लगातार लोगों के शव निकल रहे है उसके बाद अपनों के जिंदा वापस आने की उमम्मीद भी टूट चुकी है.
सुरंग के भीतर करीब 35 लोग काम कर रहे थे, जिनमें से अब तक कई लोगों के शव बरामद किए जा चुके है. पिछले 9 दिनों से लगातार राहत और बचाव कार्य जारी है. टनल के भीतर ड्रील करके भी फंसे हुए लोगों तक पहुंचने की कोशिश की जा रही है. लेकिन मलबा ज्यादा होने की वजह से अभी भी रेस्क्यू की रफ्तार धीमी है. लेकिन. जैसे जैसे सुंरग में आगे बढ़ते जा रहा है वैसे वैसे जिंदगियां दफन होती दिखाई दे रही है. रेस्क्यू में लगातार लोगों के शव मिल रहे है और टनल के बाहर खड़े अपनो के वापसी की आस लिए लोगों का हौंसला टूटता जा रहा है.
लेकिन जरा सोचिए जिस तरह से अब बड़ी मशीनों के सहारें लोगों के शवों को बाहर निकाला जा रहा है. अगर वक्त रहते पहले ही इन मशीनों के सहारे फंसे हुए लोगों को बाहर निकाल लिया गया होता, तो शायद आज ये टनल मौत की सुरंग ना बनती. इस सुरंग में यूं जिंदगियां जिंदा दफन ना होती और नम आखों व उदास चेहरों के साथ लोगों को मायूस होकर वापस ना लौटना पड़ता. लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं हुआ.