चमोली के नारायणबगड़ बाजार के दो बैंकों में एक उपभोक्ता के खातों से धोखाधड़ी से रुपए आहरण करने के मामले सामने आये हैंं।पीडित ने जब बैंकों में जाकर जानकारी लेनी चाही तो दोनों बैंकों की पड़ताल में अज्ञात ग्राहक सेवा केंद्र से रुपए आहरण होने बताये गए हैं।
जानकारी के अनुसार पालछूनी गांव निवासी बिक्रमसिंह पुत्र माधोसिंह के भारतीय स्टेट बैंक व पंजाब नेशनल बैंक में खाते संचालित होते हैं। जिन खातों से एक ही दिन में किसी अज्ञात द्वारा रुपए निकाले गए हैं।खाताधारक बिक्रमसिंह ने बताया कि उनके पंजाब नेशनल बैंक के खाते से 30 अप्रैल को दोपहर 1:25 बजे 1400 सौ रुपये निकाले गए हैं।तथा उसी दिन एसबीआई के खाते से दोपहर 1:22 बजे 10 हजार रुपए एवं पुनः दोपहर 1:23 बजे 2 हजार रुपए निकाले गए हैं जो कि उन्होंने नहीं निकाले हैंं।
बिक्रमसिंह ने बताया कि इसकी सूचना लेकर उन्होंने दोनों बैंकों में जांच पड़ताल कराई तो वहां से जानकारी मिली कि यह आहरण किसी ग्राहक सेवा केंद्र से किए गए हैं।परंतु यह मालूम नहीं हो सका कि किस ग्राहक सेवा केंद्र से गैर आहरण किए गए हैं।कहा कि इसके बाद मैनें एसबीआई का खाता फ्रीज करवा दिया था लेकिन कारणवश उसे पुनः खुलवाना पड़ा।
शनिवार को पुलिस आधीक्षक साइबर क्राइम चमोली के नाम WhatsApp के जरिए भेजे पत्र में बिक्रमसिंह ने लिखा है कि जब उन्होंने एसबीआई का खाता काम से पुनः ओपन करवाया तो सात मई को फिर से उस खाते से चार हजार रुपए निकाल लिए गए हैंं।
बिक्रमसिंह ने बताया कि पुलिस अधिक्षक को भेजे पत्र के जवाब में उंहें आश्वासन दिया गया है कि उनके पत्र को साइबर सैल को भेज कर सर्विलांस पर लगा दिया गया है और उसमे शीघ्र ही जांच की जायेगी। गौरतलब है कि किसी भी ग्राहक सेवा केंद्र से रुपए आहरण करते वक्त उपभोक्ता का अंगूठा का निशान लेना जरूरी होता है और बिक्रम सिंह का कहना है कि उन्होंने आजतक ग्राहक सेवा केंद्र से कभी भी रुपए नहीं निकाले हैंं।तो प्रश्न यही उठता है कि बिना बिक्रमसिंह के अंगूठे के निशान के दोनों बैंकों के खातों से रुपए आखिर कैसे निकाल लिए गए।
अब चूंकि मामला साइबर क्राइम सैल में है तो उम्मीद की जानी चाहिए कि धोखाधड़ी के अपराधी जल्द गिरफ्त में होगा।