लालकुआं में सेंचुरी पेपर मिल के खिलाफ संविदा श्रमिकों के चल रहे आंदोलन की आज सेंचुरी पूरी हो गई।
गौरतलब है कि लालकुआं में स्थित सेंचुरी पेपर मिल में विगत 10 से 12 वर्षों से कार्य कर रहे संविदा कर्मियों को कंपनी द्वारा बाहर का रास्ता दिखाए जाने के बाद संविदा कर्मियों द्वारा भूख हड़ताल व आंदोलन प्रारंभ किया गया था, इस आंदोलन को आज 100 दिन पूरे हो गए हैं, बावजूद इसके सेंचुरी पेपर मिल प्रबंधन के कान में जूं तक नहीं रेंगी।
वहीं आंदोलनकारियों का कहना है कि आंदोलन को 100 दिन होने के बावजूद भी सेंचुरी मिल प्रबंधन अपना अड़ियल रवैया नहीं सुधार रहा है तथा उसे फर्क नहीं पड़ता क्षेत्र के नौजवान मरे या जिंदा रहे।
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एडीएम और मिल प्रबंधन की वार्ता रही विफल
आज अपर जिला मजिस्ट्रेट नैनीताल अशोक जोशी व सेंचुरी प्रबंधन और आंदोलनरत श्रमिकों का नेतृत्व कर रहे ग्राम प्रधान शंकर जोशी के बीच चली वार्ता पूरी तहर से विफल रही। वहीं अपर जिला मजिस्ट्रेट अशोक जोशी का कहना था कि वार्ता में सेंचुरी मिल प्रबंधन के अधिकारियों तथा आंदोलनकारियों के बीच में हमारे द्वारा बात रखी गई थी लेकिन अभी कुछ बातों पर संशय बना हुआ है जिसके लिए फिर बात की जाएगी हो सकता है कोई ना कोई उचित निर्णय अवश्य निकलेगा। जबकि संविदा श्रमिकों का नेतृत्व कर रहे ग्राम प्रधान शंकर जोशी ने कहा कि उन्हें न तो पूर्व में इस वार्ता के बारे में जानकारी दी गई थी और ना ही मिल प्रबंधन के अड़ियल रवैया में सुधार आया है, मिल प्रबंधन श्रमिकों की बात मानने को कतई तैयार नहीं है, जिस कारण वह एकजुट होकर और क्षेत्र के लोगों के साथ इस आंदोलन को बड़ा रूप देंगे तथा इसके लिए नई रणनीति तैयार की जाएगी।