देहरादून : उत्तराखंड भाजपा में बीते शनिवार से जो तेज गति का चक्र चला वो आखिरकार कार्यवाहक सीएम त्रिवेंद्र रावत के इस्तीफे पर आकर खत्म हुआ, पर कहानी का अगला क्लाइमेक्स और सस्पेंस इसी बात पर टिका है कि अगला मुख्यमंत्री कौन होगा?
यहां पाठकों को एक बात समझना बहुत जरूरी है कि मोदी और अमित शाह की जोड़ी कभी भी कोई काम बिना सींचे समझे जल्दबाज़ी में नहीं करते , हर चीज पहले से सोंच कर ही कोई निर्णय अब भाजपा में बाहर आता है ,तो ये कयास लगाना कि कौन बनेगा मुख्यमंत्री ,सियासर के सट्टेबाजों के लिए तो मुफीद है लेकिन सियासी चाणक्य यानी अमित शाह का सोंचा हुआ तीर है। सीएम का नाम डिसाइड करने के बाद ही शनिवार को पर्यवेक्षक दल को बाकायदा फॉर्मल अंदाज में देहरादून भेजा गया ,इसको तयशुदा यूं मानिए की भेजा गया दल बस 35 मिनट की बैठक ले कर चला गया , यानि सोंच समझ कर फैसला पहले हो चुका था सिर्फ औपचारिकता बाकी थी।
तो अब पाठकों को वो अहम जानकारी बता दें जो खबर उत्तराखंड के हाथ लगी है ,वो ये है कि उत्तराखंड में भाजपा अब थके हुए तीरों की जगह जवान जोश से लबरेज़ टीम लाने का मन बना चुकी है।
सूत्रों की खबर यदि पक्की है तो कल जवान जहीन नेता अनिल बलूनी मुख्यमंत्री बनेंगे और कुमायूं के युवा तुर्क की भूमिका में रहने वाले पुष्कर धामी प्रदेश अध्यक्ष की भूमिका में होंगे ।जाहिर है कि दोनों नेता युवा ऊर्जा से भरे हुए हैं और बेदाग हैं ,ऐसे में यदि सूत्रों की ये जानकारी सच साबित होती है तो निसंदेह उत्तराखंड को एक जवान और जोश से लबरेज़ टीम मिलने जा रही है जिसके सब मंत्री भी युवा और जोशीले होंगे ।