देहरादून : उत्तराखंड निवासी प्रसिद्ध गायक जुबिन नौटियाल किसी पहचान के मोहताज नहीं हैं। आज देश और दुुनिया उन्हें जानती है, उनके गानों को सुनती है और पसंद करती है। उनके हर एल्बम गाने पर लाखों व्यूज आते हैं लेकिन इन दिनों जुबिन नौटियाल अपने गाने को लेकर नहीं बल्कि उत्तराखंड में एक विभाग द्वारा वापस मांगी गई पेमेंट के मामले को लेकर सुर्खियों में हैं। आपको बता दें कि मामला टिहरी झील महोत्सव से जुड़ा है। दरअसल पर्यटन विभाग ने टिहरी झील महोत्सव में प्रस्तुति देने के लिए 11 लाख रुपये दिए थे लेकिन प्रस्तुति न देने के कारण बॉलीवुड गायक जुबिन नौटियाल से उन्हें एडवांस दी गई 11 लाख की रकम वापस मांगी है। बीती 7 फरवरी को चमोली जिले की नीती घाटी में आई आपदा के कारण जुबिन ने टिहरी झील महोत्सव में प्रस्तुति नहीं दी थी। तब जुबिन ने इंटरनेट मीडिया पर सरकार से आग्रह किया था कि जो रकम उन्हें मिली है, उसे आपदा पीड़ितों को दे दिया जाए।
आपको बता दें कि टिहरी झील महोत्सव बीती 16-17 फरवरी को आयोजित हुआ। इस कार्यक्रम में प्रस्तुति के लिए पर्यटन विभाग ने बॉलीवुड गायक जुबिन नौटियाल से 22 लाख रुपये का कॉन्ट्रेक साइन किया था। 3 फरवरी को जुबिन के खाते में 50% पेमेंट यानी की 11 लाख रुपये भुगतान किए गए लेकिन 7 फरवरी को चमोली जिले की नीती घाटी में आई आपदा के बाद जुबिन ने अपना प्रोग्राम केसिंल कर दिया औऱ एक पोस्ट के जरिए ये बात सरकार तक पहुंचाई। जुबिन ने सरकार से आग्रह किया कि यह धनराशि चमोली के आपदा पीड़ितों को दे दी जाए।
जिला पर्यटन अधिकारी सोबत सिंह राणा ने बताया कि मार्च में पर्यटन विभाग ने जुबिन से भुगतान की गई 11 लाख की रकम वापस मांगी। लेकिन उनकी ओर से कोई जवाब नहीं आया। अब विभाग की ओर से फिर से यह रकम वापस मांगी गई है। वहीं दूसरी ओऱ जिलाधिकारी टिहरी इवा आशीष श्रीवास्तव ने बताया कि प्रस्तुति न देने के कारण भुगतान की गई धनराशि वापस लेने के संबंध में जुबिन को पत्र भेजा गया है। हालांकि इस पर बॉलीवुड गायक जुबिन नौटियाल का कहना है कि धनराशि वापस मांगे जाने के संबंध में उन्हें कोई सूचना नहीं मिली है। मैं लगातार पर्यटन विभाग के संपर्क में हूं। ऐसी कोई सूचना होगी तो बात कर लेंगे।