देहरादून। कोरोना महामारी से बचने के लिए सरकारें बड़े पैमाने पर जागरुकता फैला रहीं हैं। देश में हर जगह ये बताया जा रहा है कि कोरोना से बचाव के लिए दो गज की दूरी और मास्क सबसे जरूरी है। खुद पीएम नरेंद्र मोदी अपने संदेशों में दो गज की दूरी बनाए रखने के लिए अपील कर रहें हैं लेकिन भला हो देहरादून के भाजपाइयों का जो पीएम नरेंद्र मोदी की इस अपील को भी हवन में स्वाहा कर दें रहें हैं।
दरसअल देहरादून में बीजेपी के उत्साही कार्यकर्ताओं ने कोरोना से बचाव के लिए एक हवन का आयोजन किया। बताया गया कि ये हवन खुद मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत के निर्देशन में हुआ है। देहरादून के पंचायती मंदिर में हुए इस हवन में राजपुर रोड के बीजेपी विधायक खजान दास भी पूरे उत्साह के साथ शामिल हुए। बाकायदा जो रिलीज भेजी गई उसके मुताबिक शुक्रवार की दोपहर बारह बजे घंटाघर स्थित पंचायती मंदिर में कोरोना महामारी से निवारण और विश्व कल्याण के लिए यज्ञ का आयोजन किया गया।
अब इस हवन से कोरोना कितना कम हुआ ये तो हवन करने वाले ही जाने या फिर महामारी विशेषज्ञ लेकिन इस यज्ञ में आहूति डाल रहे लोगों के बीच दो गज की दूरी देखने को नहीं मिली। जो तस्वीरें साझा की गईं हैं उसमें सभी एक दूसरे से सट कर खड़े दिख रहें हैं और यज्ञ में आहूति डाल रहें हैं। शायद इन भाजपा नेताओं ने कोरोना से बचाव के लिए दो गज की दूरी की अपील को भी स्वाहा कर दिया।
हैरानी इस बात की भी है कि कोविड कर्फ्यू का खुलेआम उल्लंघन कर मंदिर में हवन करने की इजाजत इन्हें किसने दी। इस मंदिर से दो कदम की दूरी पर पुलिस का भारी जमावड़ा रहता है बावजूद इसके किसी ने इस हवन को रोकने की कोशिश नहीं की। न ही इन भाजपा नेताओं का कोई चालान हुआ और न ही उनके खिलाफ कोई मुकदमा दर्ज हुआ है। जो पुलिस आम लोगों को कोविड कर्फ्यू में बाहर निकलने पर प्रिजन वैन में बैठा देती है वो पुलिस इन सत्ताधारी दल के नेताओं के सामने मौन खड़ी देखती रही। शायद पुलिस और प्रशासन ये बताना चाहता होगा कि सभी नियम कानून आम जनता के लिए हैं। सवाल ये भी है कि क्या मंदिर में हवन पूजन की अनुमति सरकार की SOP देती है? अब ऐसे में क्या कोई जिम्मेदार अधिकारी इनके खिलाफ कार्रवाई करने की हिम्मत दिखा पाएगा ये भी एक बड़ा सवाल है।