उत्तराखंड में मंत्रिमंडल विस्तार की चर्चाओं के बीच भाजपा के प्रदेश महामंत्री का बयान भी सामने आया है। उनका कहा है कि जल्द ही इस पर फैसला लिया जाएगा। वहीं पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने भी धामी मंत्रिमंडल की खाली पड़ी सीटों को लेकर सीएम धामी पर तंज कसा है। हरीश रावत ने कहा है कि धामी कैबिनेट की खाली कुर्सियां खट्टे अंगूर जैसी प्रतीत होती हैं।
जल्द हो सकता है उत्तराखंड में मंत्रिमंडल विस्तार
उत्तराखंड में एक बार फिर मंत्रिमंडल विस्तार की चर्चाएं जोरों से चल रही हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के कई दिनों तक दिल्ली में डेरा डालने और बीजेपी के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बिल संतोष के द्वारा मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भाजपा संगठन और प्रदेश के ऑटो सांसदों के साथ जो बैठक की गई थी उसको लेकर भी चर्चाएं थी कि मंदिर मंडल विस्तार और दायित्व बंटवारे को लेकर बैठक में चर्चा हुई है। लेकिन अब इन चर्चाओं को बल देने का काम अब बीजेपी के प्रदेश महामंत्री आदित्य कोठारी के द्वारा किया गया है। आदित्य कोठारी का कहना है कि मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर बातचीत चल रही है। जल्द ही हाई कमान और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी इस पर निर्णय लेने वाले हैं।
भाजपा ने मंत्रिमंडल की कुछ सीटें खाली रखने का शुरू किया ट्रेंड
उत्तराखंड में धामी मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर लंबे समय से चर्चाएं जा रही है। लोकसभा चुनाव से ठीक पहले भी मंत्रिमंडल की खाली सीटों को भरने को लेकर चर्चाएं जोरों शोरों से उठी थी। लेकिन लोकसभा चुनाव को देखते हुए मंत्रिमंडल विस्तार को टाल दिया गया। लेकिन लोकसभा चुनाव के संपन्न होने के बाद से ही मंत्रिमंडल विस्तार की चर्चाएं फिर से जोर पकड़ने लग गई है।
जबकि कुछ लोगों का मानना है कि उत्तराखंड में भाजपा ने मंत्रिमंडल की कुछ सीट खाली रखने को लेकर एक ट्रेंड भी शुरू किया। त्रिवेंद्र सरकार में भी मंत्रिमंडल की दो सीट खाली रखी गई। वहीं मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के दूसरे कार्यकाल में पहले तीन कैबिनेट की कुर्सियां खाली रखी गई थी तो वहीं चंदन रामदास के निधन के बाद एक और सीट खाली हो गई थी। जिसके बाद से अब तक मंत्रिमंडल विस्तार नहीं हुआ है।
कैबिनेट की खाली कुर्सियां प्रतीत हो रहीं हैं खट्टे अंगूर जैसी
मंत्रिमंडल की खाली सीटों को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत का भी बयान सामने आया है। हरीश रावत का कहना है कि कांग्रेस ने हमेशा प्रदेश में फूल फ्लैश कैबिनेट दी है। लेकिन मुख्यमंत्री धामी ने इसलिए कैबिनेट की कुर्सियां खाली रखी हो ताकि विधायकों में जो रोष देखने को मिलता है उसे कैबिनेट की खाली कुर्सियों से थामा जाए। उन्होंने कहा कि कुल मिलाकर कैबिनेट की खाली कुर्सियां खट्टे अंगूर के जैसे प्रतीत हो रही हैं।