दुनिया में कोरोना का कहर कम होने का नाम नहीं ले रहा है। हर दिन कोरोना के मामले बढ़ते जा रहे हैं। ब्रिटेन में नए स्ट्रेन का बड़ा असर देखने को मिला एक दिन 58 हजार मामले सामने आए। हालांकि कई देशों में कोरोना वायरस के रोकथाम के लिए वैक्सीन को मंजूरी दी जा चुकी है और कई देशों में लोगों को वैक्सीन देने की प्रक्रिया भी शुरू की जा चुकी है. ब्रिटेन ऐसा पहला देश है, जहां सबसे पहले कोरोना वैक्सीन को मंजूरी दी गई. ब्रिटेन के बाद अब कई देशों में कोरोना वैक्सीन को मंजूरी दी जा चुकी है. कई देशों में लोगों को वैक्सीन दिए जाने की प्रक्रिया भी शुरू की जा चुकी है.
कोरोना वैक्सीन लगाने के दो दिन बाद अस्पताल में काम करने वाली हेल्थ वर्कर की मौत
कोरोना वैक्सीन को लेकर बुरी खबर पुर्तगाल से है जहां फाइजर की कोरोना वैक्सीन लेने के दो दिन बाद कैंसर के अस्पताल में काम करने वाली एक महिला हेल्थ वर्कर की मौत हो गई। महिला का नाम सोनिया असेवेदो (41) है जिसकी कोरोना वैक्सीन लेने के करीब 48 घंटे बाद बाद नए साल के दिन अचानक मौत हो गई। महिला के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। बता दें कि मृतका सोनिया पुर्तगाल इंस्टीट्यूट ऑफ ऑन्कोलॉजी में काम करती थीं।
सोनिया के पिता सदमे में
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार वैक्सीन लगवाने के बाद उनके अंदर कोई साइड इफेक्ट नहीं देखा गया था। सोनिया के पिता अबिलियो असेवेदो सदमे में है। उन्होंने बताया कि उनकी बेटी ठीक थी। उसे कोई शारीरिक दिक्कत नहीं थी। बेटी ने कोरोना वैक्सीन लगवाया था लेकिन उसे कोई लक्षण नहीं था। मृतका के पिता ने जवाब मांगा है कि उनकी बेटी की मौत कैसे हुई। सोनिया के अस्पताल ने भी इस बात की पुष्टि की है कि उनकी कर्मचारी को 30 दिसंबर को फाइजर की कोरोना वैक्सीन लगाई गई थी। अस्पताल ने कहा कि जब सोनिया को कोरोना वायरस वैक्सीन लगाई गई तो उनके अंदर तत्काल और कई घंटे बाद भी कोई ‘अचानक से पैदा होने वाले प्रभाव’ नहीं देखे गए थे। अस्पताल ने अपने बयान में कहा कि सोनिया के मौत के कारणों की जांच की जा रही है।
सोनिया के पिता ने मांगा जवाब
जानकारी मिली है कि सोनिया इस कैंसर अस्पताल में पिछले 10 साल से काम कर रही थीं। सोनिया अपने परिवार के साथ रहती थीं लेकिन उनकी मौत उनके पार्टनर के घर पर हुई। वैक्सीन लगने के बाद सोनिया ने फेसबुक पर फेसमास्क के साथ सेल्फी भी डाली थी। उन्होंने लिखा था कि कोरोना का टीका लग गया।’ सोनिया के पिता ने बताया कि नए साल की पूर्व संध्या पर जश्न मनाने के बाद अगले दिन सोनिया के मरने की खबर मिली। सोनिया के पिता का कहना है कि मेरी बेटी ने घर छोड़ा और मैं उसे कभी नहीं देख सका।’ सोनिया की बेटी ने बताया कि उनकी मां को जहां पर टीका लगा था, वहां पर थोड़ी सी असहजता हुई थी लेकिन उसके अलावा ठीक थीं। सोनिया के अलावा अस्पताल के 538 अन्य कर्मचारियों को भी फाइजर की कोरोना वैक्सीन लगाई गई है। इस घटना के बारे में पुर्तगाल के स्वास्थ्य मंत्रालय को सूचना दे दी गई है।