नई दिल्ली: कोरोना से बचाव के लिए दुनियाभर में कई तरह की वैक्सीन लगाई जा रही है. उनमें से एस्ट्राज़ेनेका नाम की वैक्सीन पर भारत में रोक लगाई जा सकती है. इसको कई देशों में निलंबित किया जा चुका है.दुनिया के कई देशों द्वारा दी जा रही एस्ट्राज़ेनेका (AstraZeneca) वैक्सीन के बाद खून के थक्के जमने की शिकायतों के बारे में मिल रही ख़बरों को लेकर भारत का स्वास्थ्य तथा परिवार कल्याण मंत्रालय भी गंभीर है, तथा भारत में दी जा रही कोविशील्ड वैक्सीन के सिलसिले में सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के साथ बैठक की गई है, लेकिन फिलहाल कोविशील्ड वैक्सीन (Covishield) पर रोक लगाए जाने के आसार नहीं हैं.
कोविशील्ड वैक्सीन पर रोक लगाने का फिलहाल सवाल ही पैदा नहीं होता, क्योंकि इस वैक्सीन की वजह से भारत में अब तक ब्लड क्लॉटिंग की कोई शिकायत नहीं आई है. वैसे, इसे लेकर एक-दो दिन में ही AEFI (एडवर्स ईवेन्ट्स फॉलोइंग इम्युनाइज़ेशन) की बैठक होगी, क्योंकि कोविशील्ड वैक्सीन को लेकर किसी भी तरह का फैसला लेने से पहले केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय वैज्ञानिक प्रमाणों को जांचना चाह रहा है.
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO), दवाओं पर नज़र रखने वाली यूरोपीय संस्था यूरोपियन मेडिसिन्स एजेंसी (EMA) द्वारा एस्ट्राज़ेनेका वैक्सीन के सुरक्षित होने की बात कहे जाने के बाद भी जर्मनी, इटली, फ्रांस, स्पेन, पुर्तगाल, स्लोवानिया, लातविया ने AstraZeneca वैक्सीन का इस्तेमाल बंद कर दिया है और यूरोप से बाहर इंडोनेशिया ने भी कोरोनावायरस के खिलाफ कई देशों में इस्तेमाल की जा रही एस्ट्राज़ेनेका वैक्सीन का प्रयोग निलंबित कर दिया है.