नई दिल्ली: किसान आंदोलन में नया मोड़ आ गया है। कल हुए बवाल और हिंसा के बाद इस बात की अटकलें लगाई जा रही थी कि किसान आंदोलन में कुछ दिक्कतें हो सकती हैं। आंदोलन टूट सकता है। वही होता नजर आ रहा है। किसान नेता वीएम सिंह ने खुद को आंदोलन से अलग कर दिया है। उन्होंने किसान नेता राकेश टिकैत पर यह भी आरोप लगाया कि वो अलग रूट पर चलना चाहत थे। भानु ग्रुप ने भी अपने धरना समाप्त कर दिया है।
किसान नेता वीएम सिंह ने ऐलान किया है कि उनका संगठन किसानों के आंदोलन से अलग हो रहा है. वीएम सिंह के संगठन का नाम राष्ट्रीय किसान मजदूर संघ है. ये संगठन अब आंदोलन का हिस्सा नहीं होगा. वीएम सिंह ने कहा कि इस रूप से आंदोलन नहीं चलेगा. हम यहां पर शहीद कराने या लोगों को पिटवाने नहीं आए हैं. उन्होंने भारतीय किसान यूनियन के राकेश टिकैत पर आरोप लगाए हैं. वीएम सिंह ने कहा कि राकेश टिकैत सरकार के साथ मीटिंग में गए. उन्होंने यूपी के गन्ना किसानों की बात एक बार भी उठाई क्या. उन्होंने धान की बात की क्या. उन्होंने किस चीज की बात की. हम केवल यहां से समर्थन देते रहें और वहां पर कोई नेता बनता रहे, ये हमारा काम नहीं है.
इंडियन नेशनल लोकदल (INLD) के प्रधान महासचिव और ऐलनाबाद से विधायक अभय सिंह चौटाला ने बुधवार को विधायक पद से इस्तीफा दे दिया. उन्होंने किसानों के समर्थन में हरियाणा विधानसभा के स्पीकर ज्ञान चंद गुप्ता को अपना इस्तीफा सौंपा. अभय सिंह चौटाला ने इससे पहले स्पीकर ज्ञान चंद गुप्ता को ईमेल कर विधायक पद से अपना इस्तीफा भेजा था. उन्होंने कृषि कानूनों के खिलाफ विधायक पद से इस्तीफा दिया.