देहरादून: उत्तराखंड कांग्रेस में पूर्व सीएम हरीश रावत के बयान के बाद घमासान मचा हुआ है। उन्होंने सीएम का चेहरा घोषित करने आलाकमान से मांग की थी। उसके बाद से कांग्रेस के भीतर से ही कई सवाल खड़े होने लगे थे। सबसे पहले इंदिरा हृदयेश ने ही कहा था कि प्रीतम सिंह कप्तान हैं। हमारे यहां सीएम का चेहरा घोषित करने की परंपरा नहीं है। हरदा ने इंदिरा की बात का जवाब भी दिया। लेकिन, उन्होंने अब एक और बयान जारी कर सबको चैंका दिया है। पूर्व सीएम हरीश रावत ने प्रीतम सिंह को सीएम का चेहरा घोषित करने का प्रस्ताव दिया है।
उत्तराखंड कांग्रेस में मचे घमासान के बीच पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत का एक और ट्वीट सामने आया है, जिसमें उन्होंने प्रीतम सिंह को मुख्यमंत्री का चेहरा घोषित किए जाने का अनुरोध किया है। हरीश रावत ने अपने ट्वीट में कहा कि प्रीतम सिंह सेनापति हैं। यह बहुत सुसत्य कथन है। उन्हें पार्टी की ओर से मुख्यमंत्री का चेहरा घोषित किए जाने का अनुरोध करता हूं। मुख्यमंत्री के चेहरे के रूप में इंदिरा हृदयेश का भी स्वागत करूंगा।
श्री @pritamSpcc सेनापति हैं, यह बहुत स्तुत्य कथन है, उन्हें पार्टी की ओर से #मुख्यमंत्री का चेहरा घोषित किये जाने का अनुरोध है, मुख्यमंत्री के चेहरे के रूप में @IndiraHridayesh जी का भी स्वागत करूँगा, मैंने अपने नाम को लेकर जो असमंजस है उसको समाप्त किया है। pic.twitter.com/iaZgBwIXVe
— Harish Rawat (@harishrawatcmuk) January 12, 2021
हरदा ने आगे लिखा है कि मैंने अपने नाम को लेकर जो असमंजस है, उसको समाप्त किया है। देवेंद्र यादव ने जो आदर दिया, मैं उसके लिए बहुत धन्यवाद देना चाहता हूं। लेकिन, मुझे सामूहिक नेतृत्व की पंक्ति से हटा देने की कृपा करें। कुछ समय व्यक्ति को उन्मुक्त भी रहना चाहिए। मैं उसी दिशा में बढ़ते हुए राजनीति के बल पर धन कमा कर प्रदेश की राजनीति पर कब्जा जमाने की प्रवृत्ति के विरुद्ध जनजागृति जगाने का काम करना चाहता हूं।
मेरे लिए निरंतर यह देखना भी कष्ट दायक है कि कांग्रेस संगठन एक होटल की चारदीवारी में कैद होकर न रह जाए। मुझे कार्यकर्ताओं और स्वराज आश्रम की गरिमा को भी पुनः स्थापित करना है। फिर कभी कुछ नाम बोर हो जाते हैं। 2017 में कुछ ऐस ही स्याही लिखा गया था। उससे मेरा नाम लिखा गया है, जो कांग्रेस के ऊपर बोझ बन गया। मैं कांग्रेस को उपार्जित स्वाही से लिखे गए नाम के बोझ से भी मुक्त कर देना चाहता हूं, संयुक्त नेतृत्व में भी ऐसे नाम का बोझ पार्टी पर बना रहेगा।