बागेश्वर : बड़ी खबर बागेश्वर से सामने आ रही है। बता दें कि बागेश्वर के डीएम ने अहम जानकारी दी है जिससे एक बार फिर से हड़कंप मच गया है। डीएम विनीत कुमार ने जानकारी दी है कि पांच शवों के देखे जाने की सूचना मिली है लेकिन खराब मौसम के कारण टीम को रेस्क्यू करने में दिक्कत हो रही है। जल्द रेस्क्यू होने की उम्मीद है।
आपको बता दें कि बागेश्वर के सुंदरढूंगा घाटी में 5 बंगाली ट्रैकरों के हताहत और एक स्थानीय गाइड के लापता होने की सूचना मिली थी। इस सूचना पर सोमवार को रेस्क्यू अभियान चलाया गया। लेकिन अभी तक किसी का पता नहीं चल पाया है। जानकारी मिली है कि जबकि बाछम, जांतोली, जैकुनी गांव से उनके साथ गए चार गाइड वापस लौट आए हैं।उन्होंने प्रशासन को पांचों के हताहत होने और एक के लापता होने की जानकारी दी थी। इसके बाद प्रशासन लगातार घटनास्थल पहुंचने का प्रयास कर रहा है, लेकिन राहत कार्य में मौसम लगातार आड़े आ रहा है।
रेस्क्यू के लिए 7 सदस्यीय दल को पहली बार हेलीकाप्टर के माध्मय से कठेलिया में पहुंचाया गया जिसने नैनी सैनी हवाई अड्डा से उड़ान भरी। उन्हें देवीकुंड तक जाना था लेकिन खराब मौसम के चलते पहले ही उतारना पड़ा। कठेलिया में 6 सदस्यीय राहत दल भी पहुंच गया है।बीते शनिवार को चौपर उड़ान तक नहीं भर पाया। सोमवार को प्रशासन ने इस बार पिथौरागढ़ के नैनीसैनी हवाई अड्डे से उड़ान भरवाई। सात सदस्यीय दल लेकर चौपर देवीकुंड के लिए उड़ा, लेकिन मौसम खराब होने के कारण वह कठेलिया में ही उतर गया। यहां तीन दिन पहले पैदल जा रहा छह सदस्यीय दल भी पहुंच गया है। दोनों दल यहां से पैदल रेस्क्यू के लिए निकल गए हैं। कठेलिया से कनकटा की दूरी लगभग 12 किमी है। मौसम खराब होने के कारण यह दूरी नापना भारी पड़ रहा है।