रुड़की: IIT रुड़की में करोड़ों के गबन के आरोपी धीरज उपाध्याय की जेल में मौत हो गई। संदिग्ध मौत के बाद परिजनों ने आईआईटी के अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाए हैं। मृतक की बेटी और पत्नी ने आईआईटी कार्यालय के कई अधिकारियों और कर्मचारियों पर पति को मरवाने का आरोप लगाया है। यह भी आरोप लगाया कि उनके पति ने जो रकम ट्रांसफर की थी, वह अधिकारियों के साइन करने के बाद की थी।
मृतक की पत्नी सीमा उपाध्याय की माने तो जेल प्रबंधन ने परिजनों को बताया है कि धीरज को अटैक पड़ने पर उसकी तबियत बिगड़ी थी, जिसे अस्प्ताल लाया गया। अस्पताल में डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। वहीं, अस्पताल पहुंची मृतक की पत्नी ने बताया कि धीरज पूरी तरह से स्वस्थ थे। उनको किसी तरह की बीमारी नहीं थी।
उनका कहना है कि दो दिन पहले ही वो जेल में मिलकर आई थी। वो पूरी तरह स्वस्थ थे। किसी तरह के तनाव में भी नहीं थी। उनका कहना है कि इस तरह अचानक उनकी मौत नहीं हो सकती। उनको आईआईटी के प्रोफेसर और अधिकारियों ने जेल में ही मरवा दिया है। मृतक की बेटी ने जांच अधिकारी पर भी सवाल खड़े किए हैं। उनका आरोप है कि पिछली दो सुनवाइयों में जांच अधिकारी नहीं आए। वो बार-बार छुट्टी पर होने का बहाना बना रहे हैं।