देहरादून : उत्तराखंड में कोरोना कहर बरपा रहा है. केवल मामले ही नहीं बढ़ रहे, बल्कि कोरोना जानलेवा भी होता जा रहा है. इसमें चिंता की बात ये है कि कोरोना युवाओं को अपना शिकार बना रहा है. कोरोना की निगरानी के लिए बनाई गई समिति ने सरकार को एक रिपोर्ट सौंपी है. उसमें कहा गया है कि छोटे से छोटे अस्पतालों में भी टेस्ट और इलाज शुरू करने पर जोर देने की जरूरत है. लोगों को हल्की खांसी, बुखार होने पर तुरंत जांच करानी होगी और दवाई लेनी होगी.
समिति के अध्यक्ष एवं एचएनबी मेडिकल विवि के कुलपति प्रो.हेमचंद्र और दून मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ.आशुतोष सयाना ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि तीन दिन के भीतर दून अस्पताल में 37 कोरोना संक्रमित मरीजों की मौत हुई। इनमें 50 वर्ष से कम आयु के 10, 51 से 60 वर्ष आयु के 12 और 60 वर्ष से अधिक आयु के 15 मरीज थे।
मरने वालों में 43 प्रतिशत महिलाएं और 57 प्रतिशत पुरुष शामिल थे। 70 प्रतिशत मामले ऐसे थे, जिनमें मरीज में पांच दिन के भीतर जानलेवा लक्षण आए। 50 प्रतिशत मामले सीधे दून अस्पताल में भर्ती होने वाले मरीजों के थे, जबकि 50 प्रतिशत मामलों में मरीज अन्य अस्पतालों से यहां रेफर होकर आए थे।