नैनीताल : बड़ी खबर नैनीताल हाईकोर्ट से हैं, जहां हाईकोर्ट ने बीते दिनों हल्द्वानी कारागार में हुई कैदी के मौत के मामले को गंभीरता से लिया है और इस मामले में जेल अधीक्षक, जेल बंदी रक्षकों के तबादले के आदेश दिए। इतना ही नहीं इस मामले की आंच नैनीताल एसएसपी प्रीति प्रियदर्शनी और सीओ तक भी पहुंची है। हाईकोर्ट ने एसएसपी और क्षेत्राधिकारी को लेकर भी बड़े निर्देश दिए हैं।
नैनीताल समेत सीओ को हटाने के निर्देश
आपको बता दें कि बीते दिनों ही काशीपुर के कैदी प्रवेश कुमार की हल्द्वानी कारागार में संदिग्ध मौत हो गई थी। उसे अस्पताल ले जाया गया था जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया था। वहीं इस मामले को गंभीरता से लेते हुए हाईकोर्ट ने इस मामले में सीबीआई जांच के आदेश दिए हैं। साथ ही नैनीताल एसएसपी और सीएम समेत बंदी रक्षकों का तबादले करने के निर्देश दिए हैं। ये आदेश न्यायाधीश न्यायमूर्ति रवींद्र मैठाणी की एकलपीठ ने लिया है। कोर्ट के इस फैसले से नैनीताल में सनसनी फैल गई है।
काशीपुर निवासी प्रवेश कुमार की हो गई थी जेल में मौत
पाक्सो एक्ट के मामले में हल्द्वानी उप कारागार में निरुद्ध कुंडेश्वरी काशीपुर निवासी प्रवेश कुमार पुत्र रघुवर दयाल की हल्द्वानी जेल में मौत हो गई थी। सीजेएम नैनीताल की कोर्ट ने इस मामले में बंदी रक्षकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के साथ जेल अधीक्षक को नोटिस जारी किया था। यह मामला हाईकोर्ट भी पहुंचा था। कोर्ट के आदेश पर 31 मई को हल्द्वानी के अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट रमेश सिंह मृतक की पत्नी भारती से इस बारे में गहन पूछताछ करते हुए बयान दर्ज किये। इसकी एक कॉपी आवश्यक कार्यवाही के लिए संबंधित थानाध्यक्ष को भी प्रेषित की गई।
निष्पक्ष जांच के निर्देश
कुंडेश्वरी काशीपुर निवासी प्रवेश कुमार पुत्र रघुवर दयाल को गाली-गलौज, मारपीट और पाक्सो एक्ट के तहत बीते चार मार्च को गिरफ्तार कर कुंडेश्वरी पुलिस द्वारा अगले दिन राजकीय चिकित्सालय में मेडिकल कराने के बाद जेल भेजा गया । दो दिन बाद पुलिस अभिरक्षा में हल्द्वानी उप कारागार में बंद प्रवेश कुमार की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। प्रवेश कुमार की मौत के बाद उसकी पत्नी ने जेल प्रशासन समेत पुलिस के अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाते हुए जांच की मांग की। सुनवाई के दौरान नैनीताल के मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट ने हल्द्वानी के अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट रमेश सिंह को मामले की निष्पक्ष जांच के निर्देश दिए थे।।