नई दिल्ली: कोरोना का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। कोरोना के मामले हर दिन रिकाॅर्ड मामले आ रहे हैं। कोरोना की दूसरी लहर ने भारत में कहर बरपा रखा है। देशभर में इस दूसरी लहर ने लोगों को हिलाकर रख दिया है। मौत के मामले हर दिन नया रिकाॅर्ड बना रहे हैं। ऐसे में दूसरी लहर से पूरी तरह टूट चुके लोगों को अब तीसरी लहर का डर सताने लगा है।
देश में अभी लोग कोरोना वायरस की दूसरी लहर के खिलाफ लड़ ही रहे हैं कि कुछ जानकारों ने कोरोना की तीसरी लहर की संभावना जता दी है। बता दें कि कई देशों में कोरोना वायरस की चैथी लहर तक आ चुकी है। हालांकि देश में कोरोना की तीसरी लहर कब तक आएगी, इस पर कुछ नहीं कहा गया है।
राष्ट्रीय कोविड-19 टास्क फोर्स के सदस्य और प्रोफेसर डॉक्टर गिरिधर बाबू का अनुमान है कि इस साल सर्दियों के मौसम यानी नवंबर के अंत और दिसंबर की शुरुआत में तीसरी लहर के आने की संभावना है। उन्होंने कहा कि इस साल दिवाली से पहले कमजोर लोगों को कोरोना का टीका लग जाना चाहिए, ताकि तीसरी लहर में ज्यादा से ज्यादा जान बचाई जा सकें। उन्होंने चेतावनी दी कि अगली लहर युवाओं को ज्यादा टारेगट करेगी।
रिपोर्ट में दावा किया गया है कि तीसरी लहर के दौरान व्यस्कों से ज्यादा बच्चों पर असर पड़ेगा। जब तक तीसरी लहर के आने की संभावना होगी, तब तक ज्यादातर व्यस्कों को कोविड-19 वैक्सीन की पहली खुराक लग जाएगी। लेकिन बच्चों के लिए अभी भी कोई वैक्सीन तैयार नहीं की गई है।