नई दिल्ली: देश और दुनिया में कोरोना का कहर अब भी जारी है। हालांकि अब वैक्सीन आने से इस वायरस से जल्द मुक्ति मिलने की उम्मीद जगी है, लेकिन इस बीच एक और वायरस ने देश में पैर पसारने शुरू कर दिए हैं। ये सीधे तो किसी मुनष्य में नहीं फैसलता है, लेकिन एक बाद फैल गया तो ये भी जानलेवा हो सकता है।
कोरोना संकट के बीच बर्ड फ्लू के नए खतरे ने दस्तक दे दी है। राजस्थान और मध्यप्रदेश के बाद अब हिमाचल में 1000 से अधिक पक्षियों की मौत हो गई। मृत पक्षियों के सैंपल मध्यप्रदेश के भोपाल की एक प्रयोगशाला में भेजे गए हैं। राजस्थान के झालावाड़ जिले में बर्ड फ्लू की पुष्टि के बाद शनिवार को पहली बार कोटा और पाली में भी कौवों की मौत हुई। अब यह पांच जिलों में फैल चुका है।
राजस्थान और मध्यप्रदेश के बाद हिमाचल प्रदेश के पोंग डैम अभयारण्य में एक हफ्ते में 1000 से अधिक प्रवासी पक्षी मृत पाए गए हैं। पोंग डैम अभयारण्य में हर साल अक्तूबर से मार्च तक रूस, साइबेरिया, मध्य एशिया, चीन, तिब्बत आदि देशों से विभिन्न प्रजातियों के रंग-बिरंगे परिंदे लंबी उड़ान भर यहां पहुंचते हैं और पर्यटकों को आकर्षित करते हैं। वन्यप्राणी विभाग ने बर्ड फ्लू की आशंका के चलते जिलाधीश कांगड़ा को अवगत करवा झील में सभी प्रकार की गतिविधियों पर रोक लगा दी है।
अगर बर्ड फ्लू का वायरस मुर्गियों में भी पाया गया, तो यह सबसे बड़ा खतरा बन जाएगा। मुर्गियों से इंसानों में वायरस फैलने की अधिक संभावना रहती है। इसके अलावा शीतकालीन प्रवास के लिए हजारों की संख्या में विदेशी पक्षी प्रदेश में आए हुए हैं। उत्तराखंड में बड़ी संख्या में प्रवासी पक्षी आते हैं। इनमें भी वायरस का डर सताने लगा है।