अब तक कोरोना के ही रूप बदलने के मामले सामने आ रहे थे। दुनियाभर में कोरोना के कई वैरिएंट मिल चुके हैं। उनको अलग-अलग नाम भी दिया गया है। लेकिन, अब ब्लैक फंगस भी रूप बदलने लगा है। इसके मामले भी सामने आए हैं। आगरा में ब्लैक फंगस से ठीक हुए मरीजों में दोबारा फंगस की शिकायत मिल रही है। ऐसे नौ मरीजों में पुष्टि हो चुकी है। इनमें कोई लक्षण नजर नहीं आ रहे, लेकिन दूरबीन जांच और एमआरआई में फंगस पकड़ में आया है।
ब्लैक फंगस वार्ड के प्रभारी डॉ. अखिल प्रताप सिंह ने बताया कि अभी तक वार्ड में 83 मरीज भर्ती हुए हैं। इनमें से 41 मरीज ठीक हो चुके हैं। इनको हर 15 दिन में जांच कराने के लिए बुलाया जा रहा है। अब तक नौ मरीजों में दूसरी बार ब्लैक फंगस मिला है। खास बात यह है कि दूसरी बार मरीज को कोई लक्षण नहीं उभरते, कोई परेशानी भी नहीं हो रही।
इन मरीजों की नाक और सायनस को दूरबीन से जांचने और एमआरआई से उनमें ब्लैक फंगस मिला। ऐसे मरीजों की उम्र 40 से अधिक रही और कोरोना संक्रमण के दौर में 10 से 15 दिन ऑक्सीजन पर रहे। लेकिन ऐसे मरीजों को भर्ती करने की जरूरत नहीं पड़ी, एंटी फंगल इलाज दिया गया। दो मरीजों को दोबारा भर्ती कर ऑपरेशन करना पड़ा।