लोहाघाट से एनएच के अधिकारियों की बड़ी लापरवाही सामने आई है। जिससे सिंगदा में तीन परिवारों में रह रहे 24 लोगों की जानमाल का भारी खतरा पैदा हो गया है।
NH के अधिकारियों की बड़ी लापरवाही
बता दें लोहाघाट में बीते सालों पहले आलवेदर रोड निर्माण के दौरान सड़क कटिंग के चलते सिंगदा के पास तीन भवनों का आंगन गिर गया था जिससे उनके मकानों में दरारें आ गई थी। मामले को लेकर हमारे संवाददाता को पीड़ित पूर्व सैनिक तेज सिंह सामंत ने जानकारी देते हुए बताया कि साल 2021 में वो कई बार एनएच विभाग और सरकारी कार्यालय के चक्कर लगा चुके हैं। लेकिन एनएच के अधिकारियों के द्वारा उनके घर के सामने सुरक्षा दीवार नहीं बनाई गई।
पीड़ित पूर्व सैनिक ने लगाई मदद की गुहार
पीड़ित पूर्व सैनिक ने बताया मदद नहीं मिलने पर उन्होंने मुख्यमंत्री से भी इस सम्बन्ध में गुहार लगाई। जिसके बाद मुख्यमंत्री कार्यालय से एनएच के अधिकारियों को 15 जून 2024 तक सुरक्षा दीवार निर्माण करने के निर्देश दिए गए। मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद एनएच के द्वारा सुरक्षा दीवार का कार्य शुरू करवाया गया। लेकिन कार्य को अधूरा ही छोड़ दिया। उन्होंने बताया एनएच की और से दीवार निर्माण के दौरान कंप्रेसर से किए गए होल की वजह से उनका भवन पूरी तरह से हिल गया।
खतरे की जद में आए तीन भवन
पीड़ित पूर्व सैनिक ने बताया कि पिछले 4 दिनों से लगातार हो रही बारिश के कारण अब उनका भवन पूरी तरह से खतरे की जद मे आ चुका है। उनके पास रहने का कोई दूसरा ठिकाना भी नहीं है। अगर पीड़ित के घर व परिवार को कोई जान माल का नुकसान होता है तो इसकी पूरी जिम्मेदारी एनएच विभाग की होगी। पीड़ित ने जानकारी देते हुए बताया कि उनके घर के पास रह रहे दो और परिवार के भवन भी खतरे की जद में आ रहे हैं।
प्रशासन को दी आत्मदेह की चेतावनी
पीड़ित ने बताया खतरे की जद में आ रहे तीनों भवनों में 24 लोग रहते हैं। भारी बरसात में तीनों परिवार खतरे की जद में अपने घर में रहने को मजबूर हैं। पीड़ित परिवारों ने प्रशासन से उनके भवन और परिवार की जान माल की सुरक्षा की गुहार लगाई है। इसके साथ ही चेतावनी दी है अगर उनके भवन और परिवार की जान माल की रक्षा नहीं की गई तो पीड़ित अपने पूरे परिवार के साथ आत्मदाह कर लेगा।