हरिद्वार : एक बार फिर से महाकुंभ आयोजन को लेकर बड़ी खबर है। जी हां बता दें कि कोरोना के कहर के चलते हरिद्वार में आयोजित होने वाला कुंभ मेला अब 30 दिन यानी की एक महीने का नहीं बल्कि 28 दिन का होगा। जी हां ये फैसला सरकार ने साधु संतों से बातचीत करके लिया है। इसकी पुष्टि मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने की और कहा कि जल्द ही कुंभ मेले की अधिसूचना जारी हो जाएगी। कुंभ में पंजीकरण और आने से 72 घंटे पहले की आरटीपीसीआर जांच की निगेटिव रिपोर्ट के बाद ही श्रद्धालु आ सकेंगे।
महाकुंभ के लिए केंद्र और राज्य सरकारों द्वारा जारी एसओपी का श्रद्धालुओं को कड़ाई से पालन करना होगा न करने पर कार्रवाई की जाएगी। बता दें कि इस दौरान श्रद्धालुओं को मास्क लगाना अनिवार्य होगा और दूरी बनाकर रखनी होगी। एसओपी के अनुसार श्रद्धालुओं को कोरोना निगेटिव रिपोर्ट लाना अनिवार्य होगा जो उनके पहुंचने के 72 घंटे से पहले जारी नहीं की गई हो। सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि इस बारे में जल्द ही अधिसूचना जारी कर दी जाएगी। पहली बार कुंभ इतने कम समय के लिए आयोजित हो रहा है। इससे पहले कुंभ चार महीने से अधिक समय तक चलता था।
हरिद्वार में इस साल कुंभ 12 की बजाय 11 साल बाद हो रहा है। इससे पहले यह चार महीने से अधिक समय तक चलता था लेकिन कोविड 19 के कारण इस बार अवधि को छोटा कर दिया गया है। कुंभ में तीन शाही स्नान होंगे जो एक अप्रैल से 28 अप्रैल के बीच होंगे। पहला शाही स्नान 12 अप्रैल (सोमवती अमावस्या), दूसरा 14 अप्रैल (बैसाखी) और तीसरा 27 अप्रैल (पूर्णिमा) को होगा। शाही स्नान के दिन किसी भी वीआईपी को हरिद्वार आने की अनुमति नहीं होगी।