रुद्रपुर। बीते दिनों बारिश ने उत्तराखंड के कई इलाकों में कहर बरपाया। लोग उस मंजर को अभी तक भूल नहीं पाए हैं. उनके कई अपने अभी तक लापता हैं और उनकी तलाश में पुलिस के साथ टकटकी लगाए बैठे हैं। बता दें कि आपदा के बाद उत्तराखंड के डीजीपी अशोक कुमार ने बड़ा फैसला लिया है जिससे आपदा प्रभावित इलाकों के लोगों को राहत मिलेगी लेकिन इसका कोई गलत फायदा भी उठा सकता है।
बता दें कि बारिश के कारण आई आपदा के बाद लोगों के दस्तावेज बह और खराब हो गए हैं। इस परेशान को देखते हुए डीजीपी अशोक कुमार ने पुलिस को प्रभावित क्षेत्रों में एक महीने तक वाहनों की चेकिंग न करने के आदेश जारी किया है। साथ ही पुलिस इस बीच संबंधित विभागों के साथ मिलकर लोगों के दस्तावेज बनाने के लिए शिविर भी लगाएगी।
बता दें कि आपदा के कारण लोगों का घर टूट गया है। सामान पानी में बह गया है औऱ बाढ़ के पानी के साथ सभी जरुरी सामान और दस्तावेज खो गए हैं। इसमे घर नौकरी से लेकर पढ़ाई से संबंधित दस्तावेज भी हैं। साथ ही वाहनों के कागज भी. इसको देखते हुए डीजीपी ने पुलिसकर्मियों को एक आदेश जारी किया है।
वहीं बता दें कि शासन–प्रशासन ने आपदा प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर हुए नुकसान का आंकलन शुरू किया। प्रभावित लोगों को मुआवजा वितरण भी शुरू हो गया। इस दौरान लोगों के वाहनों से संबंधित दस्तावेज बहने और खराब होने की सूचना के बीच डीजीपी उत्तराखंड अशोक कुमार ने भी पुलिस और सीपीयू को एक माह तक वाहनों की चेकिंग न करने के निर्देश दिए हैं। डीजीपी अशोक कुमार ने सोमवार को रुद्रपुर में कहा कि आपदा प्रभावित क्षेत्रों में एक माह तक वाहनों की चेकिंग नहीं की जाएगी। इस दौरान पुलिस संबंधित विभागों के साथ मिलकर शिविर में लोगों के खराब हुए दस्तावेज बनाने में भी मदद करेगी।