देहरादून: बिजली किल्लत लगातार बढ़ती जा रही है। जैसे-जैसे गर्मी बढ़ रही है, बिजली संकट गहराता जा रहा है। आलम यह है कि पिछले दो दिनों से शहर से गांव तक बिजली कट शुरू हो गया है। शुक्रवार को उद्योगों से लेकर गांवों तक बिजली कटौती के बाद शनिवार को भी एक से दो घंटे कटौती झेलनी पड़ी है। प्रदेश में बिजली की डिमांड 40 मिलियन यूनिट से आगे जा रही है। यूपीसीएल को रोजाना करीब 12.5 मिलियन यूनिट बिजली की जरूरत पड़ रही है।
इसमें से रोजाना करीब आठ से नौ मिलियन यूनिट बिजली की उपलब्ध हो पा रही है। शुक्रवार को उद्योगों में दो घंटे की कटौती हुई। भट्टियों में भी दो घंटे आपूर्ति बंद रही। शाम होते-होते ग्रामीण इलाकों में भी एक से डेढ़ घंटे की कटौती करनी पड़ी। यूपीसीएल के एसई गौरव शर्मा ने बताया कि बिजली खरीदने लगातार का प्रयास किया जा रहा है लेकिन नेशनल एक्सचेंज में भी बिजली की कमी है। उच्च दामों पर भी पूरी बिजली उपलब्ध नहीं हो पा रही है। शनिवार के लिए भी 12.5 मिलियन यूनिट में से करीब तीन मिलियन यूनिट यानी 30 लाख यूनिट की कमी है।
UPCL के एमडी अनिल कुमार का कहना है कि वह लगातार प्रयास कर रहे हैं कि किसी तरह से बिजली संकट ना होने दिया जाए। लेकिन, कुछ जगहों पर एक से डेढ़ घंटे की कटौती हो रही है। हम लगातार नेशनल एक्सचेंज से बिजली खरीद की कोशिश कर रहे हैं लेकिन पूरे दाम देने के बाद भी पर्याप्त मात्रा में बिजली नहीं मिल पा रही है। देशव्यापी किल्लत में हम व्यवस्थाएं दुरुस्त रखने का प्रयास कर रहे हैं।