देहरादून- उत्तराखंड रोडवेज बस परिचालक के खिलाफ कार्रवाई की गई है दरअसल यह कार्रवाई बिना टिकट के सवारियों को बस में बैठाने को लेकर की गई है। चलो और परिचालक की मनमानी के कारण रोडवेज परिवहन निगम को खास घाटा हो रहा है जिसकी भनक परिवहन विभाग को नहीं है वैसे भी रोडवेज परिवहन निगम घाटे में चल रहा है और ऊपर से चालक और परिचालक इस और पलीति लगाने का काम कर रहे हैं।
बता दें कि मामला बिना टिकट यात्रा करने का है। दरअसल ऋषिकेश-गुप्तकाशी मार्ग के रोडवेज बस परिचालक चंद्रमोहन भंडारी के खिलाफ कार्रवाई करते हुए मंडल प्रबंधक संजय गुप्ता ने उसका हरिद्वार डिपो तबादला कर दिया। साथ ही डिपो एजीएम को आदेश दिए गए हैं कि हरिद्वार में ड्यूटी ज्वाइन करते ही उसका निलंबन कर दिया जाए। इसके अलावा बस चालक को ऑफ रूट कर मंडल प्रबंधक कार्यालय में अटैच किया गया है।
गुरुवार को ऋषिकेश डिपो की साधारण बस (यूके07पीए-2871) को गुप्तकाशी से लौटते वक्त प्रवर्तन टीम ने श्रीनगर के समीप चेक किया तो बस में 6 सवारियां थीं, जबकी टिकट 3 का ही था। सवारी अगस्त्यमुनी से ऋषिकेश जा रही थीं। इस बस पर नियमित परिचालक चंद्रमोहन भंडारी तैनात था। उसके विरुद्ध 900 रुपये बेटिकट के दर्ज किए गए। रिपोर्ट मिलने पर शुक्रवार को मंडल प्रबंधक ने उसका हरिद्वार डिपो तबादला कर दिया। चूंकि निलंबन का अधिकार डिपो एजीएम को होता है, ऐसे में एजीएम को उसे निलंबित करने का आदेश दिया गया है।
बता दें कि ऋषिकेश-गोपेश्वर मार्ग की बस ऋषिकेश डिपो की साधारण बस (यूके07पीए-4180) में 15 सवारी पकड़े जाने के मामले में विशेष श्रेणी परिचालक सन्नी गुंद को आफ रूट कर दिया गया है। उसे सेवा से बर्खास्त करने की कार्रवाई की जानी है लेकिन एजीएम ऋषिकेश पीके भारती के क्वारंटाइन होने के कारण इसमें वक्त लग सकता है। इसके अलावा दोनों चालक को भी आफ रूट किया गया है और जांच पूरी होने तक उनसे कोई कार्य न लेने के आदेश दिए गए हैं। दोनों चालक संविदा के हैं।