देहरादून: पूर्व सीएम हरीश रावत को राजनीति का माहिर खिलाड़ी ऐसे ही नहीं माना जाता। हरीश रावत कई बार ऐसा गेम खेलते हैं, कि उनकी चाल को समझना सामने वाले के लिए मुश्किल हो जाता है। विजय बहुगुणा ने कहा भी था 15 दिन में कांग्रेस को पता चल जाएगा कि क्या होना वाला है। दूसरे भाजपा नेता भी ऐसा ही दावा करते आए हैं। लेकिन, उन सबसे आगे पूर्व सीएम हरीश रावत ने भाजपा को बगैर कुछ बोले बड़ा झटका दिया है।
हरदा ने सीधे अमित शाह खेमे में सेंधमारी की है। अमित शाह और भाजपा नेताओं ने इसके बारे में कभी सोचा भी नहीं होगा। 2017 के विधानसभा और 2019 के लोकसभा चुनाव में शाह से सर्वश्रेष्ठ बूथ-मैनेजमेंट प्रबंधक का खिताब हासिल करने वाले संघ के प्रचारक और विश्व हिन्दू परिषद के बड़े नेता राज किशोर को हरीश रावत अपना बूथ-प्रबन्धन सलाहकार नियुक्त किया है।
पूर्व सीएम हरीश रावत ने अपने फेसबुक पेज पर ट्वीट कर इस फैसले की जानकारी दी है। उन्होंने लिखा है कि मैंने निश्चय किया है कि कांग्रेस के चुनाव-अभियान को अब मैं सीधे बूथ-लेवल तक ले जाऊं। उन्होंने कहा है कि राजकिशोरजी, जिनको जमीनी स्तर पर कार्य करने का बहुत अनुभव है, उनको मैं बूथ स्तर पर चुनाव प्रचार अभियान को संगठित करने के लिए अपना अभियान सलाहकार नियुक्त कर रहा हूं। मुझे बेहद खुशी है कि उनहोंने मेरे निमंत्रण को स्वीकार कर लिया है।
इससे पहले भाजपा के पितृ-दल भारतीय-जनसंघ के स्थापना-पुरुष पंडित दीनदयाल उपाध्याय के प्रपौत्र न्यायविद् चन्द्रशेखर पण्डित भुवनेश्वर दयाल उपाध्याय को अपना मुख्य प्रमुख सलाहकार नियुक्त किया है। विहिप के बड़े नेता महेन्द्र सिंह नेगी गुरुजी भाजयुमो के बड़े नाम राजकुमार जायसवाल संघ, यूकेडी, आप के बड़े चेहरे शीशपाल सिंह बिष्ट को उनके हजारों समर्थकों के साथ कांग्रेस में शामिल कराकर भाजपा को बड़ा राजनीतिक-नुकसान पहुंचा चुके हैं। कुमाऊं से भी बड़ी संख्या में भाजपा से इस्तीफों की जानकारी मिल रही है।
राजकिशोर लगभग तीन दशकों से संघ से जुड़े रहे हैं। देश में पहली बार इलेक्ट्रॉनिक-एम्बुलेंस के आविष्कारक और निर्माता राजकिशोर विहिप के प्रान्त गौसेवा प्रमुख, प्राप्त गौरक्षा प्रमुख जैसे महत्वपूर्ण पदों पर रहे है। 2017 के विधानसभा चुनाव में सितारगंज समेत कई कांटेदार मुकाबले वाली सीटों पर उन्होंने भाजपा के पक्ष में एकतरफा मुकाबला कर दिया था।