हल्द्वानी- एक ओर 2022 के विधानसभा चुनाव में जीत हासिल करने और फिर से सत्ता में आने के लिए भाजपा कमर कसे है और भाजपा में बैठकों का दौर जारी है तो वहीं पार्टी में अंदरुनी गुटबाजी पार्टी की मेहनत पर पानी फेरने का काम कर रही है। उत्तराखंड में गुटबाजी की सबसे ज्यादा खबर हल्द्वानी से सामने आ रहे हैं। जिससे पार्टी की छवि तो खराब हो ही रही है साथ ही विपक्ष को बैठे बैठाए सरकार पर हमला करने का मुद्दा भी मिल गया है। भाजपा हाईकमान ने 2022 में सत्ता में फिर से वापसी करने के लिए प्रदेश की कमान युवा चेहरे पुष्कर सिंह धामी के हाथ में दे दी है तो वहीं दूसरी ओर भाजपा के पदाधिकारी आपस में विवाद कर पार्टी हाई कमान तक की मेहनत पर पलीता लगाने का काम कर रहे हैं।
एक बार फिर पार्टी की दो पदाधिकारियों ने सौंपा अपना इस्तीफा
बता दें कि इस वक्त की बड़ी खबर हल्द्वानी से है जहां एक बार फिर से पार्टी की दो पदाधिकारियों ने अपना इस्तीफा सौंप दिया है जिससे एक बार फिर पार्टी में हड़कंप मच गया है। बता दें कि दो दिन पहले यानी की 29 जुलाई को ही भाजपा के तीन पदाधिकारियों ने अपना इस्तीफा जिलाध्यक्ष को सौंपा था। हल्द्वानी उत्तरी के मंडल अध्यक्ष, महामंत्री और कोषाध्यक्ष के इस्तीफे से पार्टी में हड़कंप मच गया था। हल्द्वानी में उत्तरी मंडल अध्यक्ष नवीन पंत, महामंत्री दिशान टंडन और कोषाध्यक्ष उमेश सैनी ने भाजपा जिलाध्यक्ष प्रदीप बिष्ट को अपना इस्तीफा भेजा था। वहीं एक बार फिर से भाजपा को बड़ा झटका लगा है। नगर अध्यक्ष और महामंत्री के बाद महिला मोर्चा ने भी अपना इस्तीफा सौंप दिया है।
पार्टी में अंदरूनी गुटबाजी बताई जा रही है वजह
हल्द्वानी के भाजपा उत्तरी मंडल में इस्तीफे का दौर लगातार जारी है। महिला मोर्चा अध्यक्ष दीप्ति चुफाल और महामंत्री प्रेमलता पाठक ने भाजपा जिलाध्यक्ष प्रदीप बिष्ट को अपना इस्तीफा भेजा है। इससे पहले नगर अध्यक्ष नवीन पंत, महामंत्री और कोषाध्यक्ष पहले ही इस्तीफा दे चुके हैं। इसका कारण पार्टी में अंदरूनी गुटबाजी बताई जा रही है जिससे आगामी विधानसभा चुनाव में पार्टी को बड़ा नुकसान हो सकता है।