देहरादून : उत्तराखंड में बर्ड फ्लू को लेकर पशुपालन विभाग ने सभी जिलों को गाइडलाइन जारी कर दी है। वहीं, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि ब्लॉक स्तर पर गठित रैपिड रिस्पांस टीम के माध्यम से पोल्ट्री फार्म पर निगरानी रखी जाए। यह भी निर्देश दिए गए हैं कि कहीं भी कोई मामला सामने आता है तो सैंपल लेकर जांच के लिए मध्य प्रदेश के भोपाल भेजा जाए।
प्रदेश में अभी तक बर्ड फ्लू का कोई मामला सामने नहीं आया है, लेकिन एहतियात के तौर पर विभाग की ओर से सभी जिलों को गाइडलाइन जारी कर दी गई है। खासतौर पर पोल्ट्री फॉर्म को लेकर विशेष रूप से एहतियात बरतने के निर्देश दिए गए हैं। मुर्गी बाड़ों, बतखों आदि पर भी नजर रखी जा रही है। पड़ोसी राज्य हिमाचल में संक्रमण का मामले सामने आने की वजह से अतिरिक्त सतर्कता जरूरी है।
वन विभाग पूरी तरह से सतर्क है और लगातार निगरानी की जा रही है। प्रदेश में 900 से अधिक वैटलैंड हैं और इनमें आसन बैराज, झिलमिल आदि प्रवासी पक्षियों के हिसाब से महत्वपूूर्ण हैं। वन विभाग के मुुताबिक आसन बैराज में ही 19 प्राजातियों के प्रवासी पक्षी हर साल पहुंचते हैं। इनकी संख्या कई बार छह हजार से अधिक हो जाती है। बताया जा रहा है कि बर्ड फ्लू संक्रमण की अधिक आशंका प्रवासी पक्षियों से ही अधिक है। यह समय इन पक्षियों के एक जगह से दूसरी जगह जाने का भी है।