पाकिस्तान के अंतरिम प्रधानमंत्री के रुप में अनवर-उल-हक काकर को चुना गया है। निवर्तमान प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और विपक्ष के नेता राजा रियाज ने दो दौर के विचार विमर्श के बाद उनके नाम को अंतिम रूप दिया है। काकर बलूचिस्तान अवामी पार्टी के नेता हैं। वे इस साल के अंत में नए चुनाव तक कार्यवाहक सरकार का नेतृत्व करेंगे।
बैठक के बाद मीडिया से बात ककते हुए रियाज ने कहा कि हमने तय किया कि अंतरिम प्रधानमंत्री एक छोटे प्रांत से होगा। उन्होनें कहा कि अनवर-उल-हक का नाम उन्होनें ही सुझाया था,जिसे मंजूरी दे दी गई है।
राष्ट्रपति ने पीएम शहबाज को लिखा पत्र
बता दें कि यह घटनाक्रम तब हुआ जब राष्ट्रपति डॉ. आरिफ अल्वी ने पीएम शहबाज को एक पत्र लिखा था, जिसमें उन्हें और विपक्षी नेता को 12 अगस्त तक अंतरिम प्रधानमंत्री के लिए उपयुक्त व्यक्ति का सुझाव देने की याद दिलाई गई।
पीएम शहबाज और रियाज दोनों को पत्र लिखे पत्र में राष्ट्रपति ने उन्हें सूचित किया कि अनुच्छेद 224ए के तहत उन्हें नेशनल असेंबली के विघटन के तीन दिनों के भीतर प्रधानमंत्री के लिए एक नाम प्रस्तावित करना है। राष्ट्रपति ने लिखा,
जैसा कि पाकिस्तान के संविधान के अनुच्छेद 224 1ए में प्रावधान है, पीएम और निवर्तमान नेशनल असेंबली में विपक्ष के नेता 12 अगस्त से पहले कार्यवाहक प्रधानमंत्री की नियुक्ति के लिए एक उपयुक्त व्यक्ति का प्रस्ताव कर सकते हैं।
बलूचिस्तान के नेता हैं अलवर-उल-हक
बता दें कि अलवर-उल-हक बलूचिस्तान के नेता हैं। वे 2018 में सीनेट के लिए चुने गए थे। उच्च सदन के लिए चुने जाने से पहले उन्होनें प्रांतीय सरकार के प्रवक्ता के रूप में काम किया है। काकर पश्तून और बलूच दोनों का प्रतिनिधित्व करते हैं। उनके पीएमएल-एन और पीपीपी सहित मुख्यधारा के राजनीतिक दलों के साथ भी अच्छे संबंध हैं । 2008 में अनवर-उल-हक ने क्यू लीग के टिकट पर क्वेटा से नेशनल असेंबली का चुनाव लड़ा। उनके पास राजनीति विज्ञान, समाजशास्त्र में मास्टर डिग्री है। उन्होनें बलूचिस्तान विश्वविघालय से पढ़ाई की है।