बागेश्वर : आज देश को 341 जांबाज सैन्य अफसर मिल गए हैं। देहरादून में आज पीओपी आयोजित की गई थी जिसमें भारत के 341 युवा सेना में अफसर बने और अब वो देश की रक्षा करेंगे। बता दें कि इन युवा अफसरों में कई उत्तराखंड के बेटे भी शामिल हैं जो सीमा पर जाकर अब देश की रक्षा करेंगे। इन 341 कैडेट्स में दो बागेश्वर के बेटे भी शामिल हैं जो कि सेना में लेफ्टिनेंट बन गए हैं।
कपकोट के भरत फर्स्वाण सेना और गरूड़ निवासी मेघ पंत में लेफ्टिनेंट बन गए हैं। दोनों युवा अफसरों के घर और क्षेत्र में खुशी का माहौल है। बता दें कि भरत दो भाइयों और एक बहन में भरत सबसे छोटे हैं। उनके पिता हरीश फर्स्वाण कपकोट में छोटा रेस्टोरेंट चलाते हैं। माताजी कुशल गृहणी हैं। बड़ा भाई दीपक होटल मैनेजमेंट करके नोएडा में किसी होटल में कार्यरत है। बहन दीपा नर्स है। भरत की प्राथमिक शिक्षा मां ठाकुरेर शिशु लीला कपकोट में हुई। कक्षा 6 से 12 तक सैनिक स्कूल घोड़ाखाल में पढ़ाई की। कक्षा दस में 90 प्रतिशत व 12वीं कक्षा 74 प्रतिशत अंक से उत्तीर्ण की। 12वीं पास करते ही 2017 पहले ही प्रयास में एनडीए की परीक्षा भी पास कर ली। 2017 से 2020 तक इलाहाबाद डिफेंस अकादेमी में ट्रेनिंग की और अंतिम एक साल आइएमए देहरादून में प्रशिक्षण लिया।
वहीं जिले गरुड़ विकासखण्ड अंतर्गत कत्यूरघाटी के सीमा गांव (कौसानी) निवासी मेघ पंत भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट बन गए हैं। बेटे की अफसर बनने पर परिवार समेत पूरे गांव और क्षेत्र में खुशी का माहौल है। मेघ के पिता भाष्कर चंद्र पंत भी आर्मी मेडिकल कोर से रिटायर्ड हैं जबकि माता ममता आर्मी स्कूल में अध्यापिका रह चुकी हैं। मेघ की बहन मेघना एक बहुराष्ट्रीय कंपनी में कार्यरत है।