बदरीनाथ धाम के कपाट शीतकाल के लिए शनिवार यानी 18 नवंबर को 3 बजकर 33 मिनट पर श्रद्धालुओं के लिए बंद कर दिए जाएंगे।
कल बंद होंगे बदरीनाथ धाम के कपाट
शुक्रवार को लक्ष्मी मंदिर में कढ़ाई भोग का आयोजन किया जाएगा। धाम के कपाट बंद होने की प्रक्रिया 14 नवंबर से पंच पूजाओं के साथ शुरू कर दी गई थी। 18 नवंबर को रावल स्त्री वेष धारण कर लक्ष्मी माता की प्रतिमा को भगवान बदरीनाथ के सानिध्य में रखेंगे।
बीकेटीसी ने की तैयारियां पूरी
जिसके बाद शाम को 3 बजकर 33 मिनट पर विधि-विधान के साथ मंदिर के कपाट बंद कर दिए जाएंगे। इसके लिए बीकेटीसी (बदरीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति)ने तैयारियां पूरी कर दी है।
बुधवार से चल प्रक्रिया
बदरीनाथ धाम के कपाट बंद होने की प्रक्रिया के तहत बुधवार को समाधि पूजा के बाद आदिकेदारेश्वर मंदिर के कपाट विधि-विधान से बंद किए गए।
वहीं गुरुवार को खड़क पुस्तक बंद करने के साथ ही धाम में छह महीने से चल रहे वेद ऋचाओं का वाचन भी बंद हो जाएगा। तीन दिनों तक धाम में गुप्त मंत्रों से पूजाएं होंगी और 18 नवंबर को धाम के कपाट बंद कर दिए जाएंगे।