बीते कुछ सालों में AI यानी की Artificial Intelligence कई सेक्टर्स में रेवल्यूश लेकर आया है। इससे ऐड्यूकेशन फिल्ड भी अछूता नहीं है। भारत की जनसंख्या की वजह से हर बच्चे तक क्वालीटी ऐड्यूकेशन पहुंचाना आसान नहीं है। लेकिन आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद से ये काम किया जा सकता है। AI एक क्रांति लाने वाला टूल बन सकता है। आइए समझते हैं कि AI भारत के Education System को कैसे बेहतर बना सकता है।
AI की मदद से Personalized Learning
हर बच्चा अलग होता है। साथ ही उसकी किसी चीज को सीखने की क्षमता भी अलग होती है और भारत के Traditional Education System में टीचर्स अकसर हर बच्चे को अटेंनशन नहीं दे पाते हैं। ऐसे में AI Powered Teachers हर बच्चे के प्रदर्शन को देखते हुए उसके सीखने की क्षमता के मुताबिक उसके लिए एक Personalized Learning Plan तैयार करेंगे। जैसे एक टिचर हर बच्चे के हिसाब से उसे एक टॉपिक अलग-अलग तरीके से समझा रहा हो। जिससे हर बच्चा अपनी स्पीड से चीजों को आसानी से समझ सकेगा।
शहरी और ग्रामीण शिक्षा के बीच गेप (Reducing the gap B/W urban and rural education)
भारत में एक तरफ जहां शहरी लोग (Urban Population) काफी अच्छी शिक्षा ले रहे हैं। तो वहीं गांव में बच्चे के पास क्वालिटी ऐड्यूकेशन का कोई सोर्स नहीं है। ऐसे में AI Teachers बिना किसी Geographical Barrier के रूरल में बच्चों को भी क्वालिटी ऐड्यूकेशन के साथ-साथ Expert Guidance दे सकते हैं। इसके साथ ही AI को कई भाषाओं में पढाने के लिए प्रोग्राम किया जा सकता है। तो ऐसे में बच्चे अपनी नेटिव भाषा में ही आसानी से चीजें समझ पाएंगे। जिससे Urban और rural Education में काफी कम गैप देखने मिलेगा।
24 घंटे पढ़ाई (24×7 access to learning)
AI टिचर्स बच्चों के लिए 24×7 avilable रहेंगे। जिससे बच्चे स्कूल खत्म होने के बाद AI की मदद से अपने लैसन को रिव्यू कर सकते हैं। साथ ही किसी भी टाइम अपना होमवर्क और assignment में मदद पा सकते हैं।
इसी के साथ practice Test, Quiz के जरिए भी AI Teachers बच्चों की मदद कर सकते हैं। यहां तक की instant feedback भी दे सकते हैं।
AI देता है इस्टेंट फीडबैक (Instant feedback & Assessment)
Traditional classrooms में grading & Feedbak में कई दिन लग सकते हैं। जिससे पढ़ने वाले बच्चों को एग्जाम से पहले अपनी गलतियों को सुधारने का बहुत कम वक्त मिल पाता है। Ai instant feedback देता है। जिससे बच्चों को ये समझने में मदद मिलती है की वो किस जगह पर गलती कर रहे हैं। साथ ही गलती को कैसे सुधारा जा सकता है।
इसी के साथ बच्चे AI की मदद से अपनी प्रोगरेस को ट्रैक भी कर सकते हैं। साथ ही डिटेल रिपोर्ट्स भी बना सकते हैं। जो उनकी परफॉर्मेंस को अच्छे से डिटेल में बताती है। ये डाटा बच्चों के साथ साथ टीचर को भी हर बच्चे की परफॉर्मेंस की क्लियर पिक्चर देता है।
टीचर्स पर बर्डन कम (Reducing the burden on teachers)
AI का मक्सद क्लास रूम वाले टीचर्स की जगह लेना नहीं बल्कि उनका बोझ कम करना है। AI टीचर्स असाइनमेंट को ग्रेड करने और lesson plan बनाने जैसे काम आसानी से कर सकता है। जिससे टीचर्स Interactive Teaching पर ज्यादा फोकस कर सकते हैं। इससे उनका काम आसान होगा।