मानसून के साथ ही डेंगू, मलेरिया, चिकनगुनिया जैसी कई मौसमी बिमारियां लोगों को परेशान करती हैं। इसी की रोकथाम के राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन द्वारा समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया। जिसमें डेंगू, मलेरिया, चिकनगुनिया व जापानी इंसेफेलाइटिस की रोकथाम करने के निर्देश दिए गए।
डेंगू, मलेरिया की रोकथाम के लिए किए जाएं उचित उपाय
प्रदेश में आगामी महीनों में वेक्टर जनित रोगों जैसे डेंगू, मलेरिया, चिकनगुनिया व जापानी इंसेफेलाइटिस की रोकथाम एवं नियंत्रण पर राज्य स्तरीय संवेदीकरण कार्यशाला तथा समीक्षा बैठक का आयोजन स्वास्ति एस भदौरिया, मिशन निदेशक, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की अध्यक्षता में आयोजित की गई। मिशन निदेशक द्वारा बैठक में सभी जनपदों को निर्देशित किया कि सभी चिकित्सालयों में समस्त डेंगू संबंधित औषधियां, मछरदानी, जांच किट एवं अन्य सामग्रियों का समयान्तर्गत क्रय कर लिया जाए।
लार्वा के पनपने के स्थान को चिन्हित कर करें नष्ट
मिशन निदेशक ने निर्देश दिए की शहरी क्षेत्रों के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्रों में भी डेंगू लार्वा के पनपने के स्थान को चिन्हित कर नष्ट करें एवं जन समुदाय में वृह्द प्रचार-प्रसार करें। इसके साथ ही उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि पंचायती राज विभाग, ग्राम प्रधानों से समन्वय स्थापित करते हुए डेंगू रोकथाम एवं नियंत्रण की कार्यवाही करें। इसके साथ ही ब्लॉक स्तर पर अन्य विभागों से समन्वय बनाकर कार्यवाही करने के भी निर्देश दिए।
डेंगू के लार्वे को पनपने से रोकने के लिए किया जाए प्रचार
प्रदेश के सभी जनपदों को दिशा निर्देश दिए गए हैं कि आने वाले कुछ महीनों में डेंगू रोग के प्रसारण के दृष्टिगत अभी से समयान्तर्गत तैयारियां पूर्ण कर ली जाए। इसके साथ ही आशाओं द्वारा घर-घर जाकर डेंगू के लार्वे को पनपने से रोकने और प्रचार-प्रसार पर तेजी लाने को निर्देश दिए गए हैं।