हल्द्वानी : बीते दिन हल्द्वानी के राजकीय मेडिकल कालेज के एमबीबीएस प्रथम साल के 27 जूनियर छात्रों के सिर मुंडवाने की वीडियो और फोटो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हुई थी। इस मामले में यूजीसी ने वायरल वीडियो की सत्यता जांचने और किसी तरह की रैगिंग होने पर कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे। मंगलवार को प्राचार्य डा. अरुण जोशी की अध्यक्षता में एंटी रैगिंग कमेटी की ढाई घंटे तक बैठक हुई जिसमे अहम जानकारी मिली है जिससे कॉलेज प्रशासन ने राहत की सांस ली है।
आपको बता दें कि वीडियो वायरल करते हुए जानकारी दी गई कि 2 छात्र रैगिंग का शिकार हुए हैं। खबर आई कि सीनियर छात्रों ने सभी के बाल मुंडवा कर सभी छात्रों को कॉलेज परिसर में घुमाया लेकिन बता दें कि जांच के बाद एंटी रैगिंग कमेटी इस नतीजे पर पहुंची है कि छात्रों के साथ रैगिंग नहीं हुई है। रैगिंग कमेटी ने रैगिंग की पुष्टि नहीं की है।
एंटी रैगिंग कमेटी ने बैठक में छात्रों के साथ किसी तरह की रैगिंग होने से इन्कार किया है। कमेटी ने कहा कि छात्रों के सिर मुंडवाने का कारण बालों में रूसी, सिर में दाने, एलर्जी होना है। वायरल वीडियो को को लेकर कमेटी ने कहा कि वो छात्रों का अनुशासन है कि वो सिर झुकाकर चल रहे हैं और साथ ही हाथ पीछे कर चल रहे हैं। जानकारी मिली है कि सिटी मजिस्ट्रेट ऋचा सिंह, एएसपी हरवंश सिंह, कालेज के विभाग प्रमुखों और मीडिया प्रतिनिधियों की मौजूदगी में छात्रों से बात की गई। छात्रों ने किसी भी तरह के दवाब और रैगिंग से इन्कार किया। छात्र-छात्राओं के लिखित बयान भी लिए गए। बैठक में डा. जीएस तितियाल, डा. विनीता रावत, डा. हरि शंकर पांडे, डा. गीता जैन, यूजी सेल प्रमुख हरिमोहन उपाध्याय, पीजी सेल प्रमुख अमित दुम्का आदि मौजूद रहे। इससे पहले अनुशासन समिति की बैठक में कालेज व हास्टल में निगरानी प्रक्रिया को अधिक मजबूत करने पर मंथन हुआ।
जानकारी मिली है क पूरी कक्षा में दो छात्र बिन बाल कटे मिले जिनमे से एक सिख था और दूसरे का एडमिशन एक दिन पहले ही हुआ था।