मणिपुर में हिंसा जारी है लेकिन रविवार को ‘मन की बात’ कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस मामले को लेकर चुप्पी साधे रखी जिसे लेकर विपक्ष के नेताओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा। कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि प्रधानमंत्री ने भारत की आपदा प्रबंधन में महान क्षमताओं के लिए अपनी पीठ थपथपाई, लेकिन मणिपुर के सामने पूरी तरह से मानव निर्मित मानवीय आपदा पर चुप रहे।
कांग्रेस महासचिव जयराम ने किया ट्वीट
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने ट्वीट कर कहा कि , “मन की बात का एक और एपिसोड लेकिन मणिपुर पर मौन। पीएम ने आपदा प्रबंधन में भारत की महान क्षमताओं के लिए खुद की पीठ थपथपाई। लेकिन पूरी तरह से मानव निर्मित (वास्तव में स्व-प्रेरित) मानवीय आपदा के बारे में क्या जिसका मणिपुर सामना कर रही है। फिर भी उनकी ओर से शांति की कोई अपील नहीं की गई।” उन्होंने आगे कहा, एक पीएम-केयर्स फंड है, जिसका ऑडिट नहीं किया जाता है, लेकिन क्या प्रधानमंत्री को मणिपुर की परवाह भी है, यह असली सवाल है।”
अब मणिपुर की बात का समय: टीएमसी
वहीं तृणमूल कांग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा ने ट्वीट किया, ‘बहुत हो गया मन की बात अब मणिपुर की बात का समय है। माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी।”
इस बार मणिपुर में जले नेताओं के घर
बता दें कि हिंसाग्रस्त मणिपुर में इस सप्ताह हिंसा भड़क उठी और भीड़ ने केंद्रीय मंत्री और भाजपा नेताओं के घरों में आग लगा दी। गोदाम में आग लगाने और सड़कों पर टायर जलाने के बाद भीड़ रैपिड एक्शन फोर्स (आरएएफ) के जवानों से भिड़ गई। बहुसंख्यक मैतेई समुदाय और आदिवासी कुकी समुदाय के बीच पहली बार तीन मई को राज्य के आरक्षण मैट्रिक्स में अदालत द्वारा प्रस्तावित बदलाव को लेकर झड़पें शुरू हुई थीं। तब से अब तक 115 से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है और 300 से अधिक लोग घायल हुए हैं।