मध्यप्रदेश के इंदौर से संघर्ष की एक ऐसी कहानी सामने आई है जिसने सभी को प्रेरित किया है। इंदौर की रहने वाली अंकिता नागर सिविल जज बन गईं हैं। ठेले पर सब्जी बेचने वाले की बेटी अंकिता अब जल्द ही काले कोट में अदालत में बैठ न्याय करती नजर आएंगी। जीवन में संघर्ष से आगे बढ़ने और मंजिल पाने वाली अंकिता की हर ओर चर्चा हो रही है।
अंकिता नागर के पिता सब्जी का ठेला लगाते हैं। माता पिता दोनों ही सब्जी के ठेले पर अपना समय देते। अंकिता भी पढ़ाई से खाली होकर सब्जी बेचती और अपने मां बाप का हाथ बंटातीं।
अंकिता ने एलएलबी के दौरान ही तय कर लिया कि उन्हें जज बनना है। इसके लिए वो लगातार प्रयास करती रहीं। यहां तक कि उन्होंने शादी भी नहीं की। उनका एक भाई और बहन हैं। दोनों की शादी हो चुकी है। लेकिन अंकिता अपने और अपने मां बाप के सपने को पूरा करने के लिए लगीं रहीं।
अंकिता ने लगातार प्रयास करती रहीं और तीसरे प्रयास में सिविल जज बन गईं। हालांकि अभी वो उसी तरह से नम्र स्वभाव की हैं। वो कहती हैं कि अब निडर होकर आम जनता को न्याय दिलाउंगी और मदद करूंगी
अंकिता की सफलता से उनके परिवार के लोग भी फूले नहीं समा रहें हैं। उनके मां बाप बेहद खुश हैं। अंकिता की मां कहती हैं कि वो अभाव के चलते अच्छी पढ़ाई नहीं कर पाईं लेकिन अपनी बेटी की सफलता से बेहद खुश हैं।