अल्मोड़ा के बिनसर जंगल में लगी आग की चपेट में आने से जहां चार वन कर्मियों की मौत हो गई है। तो वहीं चार वनकर्मी बुरी तरह से झुलस गए हैं। घायलों का उपचार अभी तक सुशीला तिवारी अस्पताल में चल रहा था। सीएम के निर्देश पर दो घायलों को एयरलिफ्ट कर दिल्ली एम्स शिफ्ट किया गया है।
दो कर्मचारियों को किया एयरलिफ्ट
वन कर्मी कृष्ण कुमार (21) और पीआरडी जवना कुंदन नेगी (44) को एयरलिफ्ट कर दिल्ली एम्स शिफ्ट किया गया है। जबकि वन कर्मी भगत सिंह भोज (38) और वन कर्मी कैलाश भट्ट को जल्द ही एयरलिफ्ट किया जाएगा। बता दें कृष्ण कुमार 82 प्रतिशत जले हैं। जिनकी हालत बेहद गंभीर बताई जा रही है।
घायल वनकर्मियों का विवरण
कृष्ण कुमार (21) (वन कर्मी)
भगत सिंह भोज (38) (वन कर्मी)
कैलाश भट्ट (44) (वन कर्मी)
कुंदन नेगी (44) (पीआरडी जवान)
अल्मोड़ा वनाग्नि हादसे में कैसे हुई चार वनकर्मियों की मौत?
वनाग्नि की सूचना पर विन्सर गेट से चालक समेत आठ वन कर्मी वनाग्नि नियंत्रण के लिए गए थे। कुछ किमी पहले विन्सर महादेव मंदिर के आगे चार वन कर्मी वाहन से उतर गए और पहाड के नीचे वनाग्नि की स्थिति देखने लगे। अचानक तेज हवाओं के साथ नीचे से अग्नि की चपेट में आए चार वनकर्मियों की मौके पर ही मौत हो गयी। जबकि वाहन में सवार अन्य चार वन कर्मी कुछ मीटर ही आगे गए और वाहन से कूदकर अपनी जान बचाने की कोशिश करने लगे। चारों वनकर्मी भी आग की चपेट में आने से घायल हो गए।
दो अधिकारी सस्पेंड
वनाग्नि हादसे में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी सख्त रुख अपनाए हुए हैं। सीएम धामी ने लापरवाही बरतने पर कंजरवेटर नॉर्थ और डीएफओ अल्मोड़ा को सस्पेंड कर दिया है। जबकि सीसीएफ कुमाऊं को अटैच किया है। मुख्यमंत्री धामी का कहना है की लापरवाही किसी भी तरीके से बर्दाश्त नहीं की जाएगी।