राजनीति भी गजब है। राजनीति में कब किसको किससे जुड़ी भावनाएं याद आ जाएं कुछ कह नहीं सकते हैं। अब कर्नल (रिटा) अजय कोठियाल को ही ले लीजिए।
कभी उत्तराखंड में आम आदमी पार्टी का चेहरा रहे, मुख्यमंत्री का चेहरा रहे लेकिन अब पार्टी को ही अलविदा कह गए वो भी ‘भावनाओं’ के नाम पर। अब ये समझिए कि कोठियाल को किसकी भावनाओं का ख्याल आया है।
दरअसल खबर ये है कि उत्तराखंड में आम आदमी पार्टी के नेता और बीते चुनावों में सीएम फेस रहे कर्नल (रिटा) अजय कोठियाल ने आम आदमी पार्टी से इस्तीफा दे दिया है।
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कोठियाल ने अपने त्यागपत्र में लिखा है कि वो पूर्व सैनिकों, बुजुर्गों, युवा, बुद्धजीवियों की भावनाओं को ध्यान में रखते हुए आम आदमी पार्टी की सदस्यता से इस्तीफा दे रहें हैं।
कोठियाल ने अपना इस्तीफा आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल को भेजा है। कोठियाल ने अपने इस इस्तीफे की कॉपी सोशल मीडिया पर भी पोस्ट की है।
कोठियाल के इस्तीफे के बाद कई सवाल खड़े हो रहें हैं। क्या वो सिर्फ चुनावों के लिए पार्टी के साथ जुड़े थे? क्या उनका मकसद सिर्फ राजनीति करना था? वहीं आप की राजनीति पर भी सवाल उठने लगे हैं। खुद को अन्य पार्टियों से अलग बताने वाली आम आदमी पार्टी न तो चुनावों में अपनी जगह बना पाई और अब चुनावों के बाद न तो अपने कुनबे को संभाल पा रही है।