क्या भारत में कोरोना की तीसरी लहर आएगी? क्या कोरोना की तीसरी लहर में बच्चों को संक्रमण अधिक हो सकता है? ये वो तमाम सवाल हैं जिनके बारे में हम सभी जानना चाहते हैं। ऐसे में अब एम्स दिल्ली की एक रिपोर्ट जारी हुई है जो इस संबंध में बताती है।
भारत में कोरोना वायरस संक्रमण की रफ्तार जनजीवन के लिए आफत बनी हुई है, जिससे लगातार लोगों की मौत होती जा रही हैं। कोरोना से अब देशभर में करीब पौने चार लाख से ज्यादा लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी है। केंद्र व राज्य सरकारें भी संक्रमण के फैलाव को कम करने के लिए सावधानी बरतने की अपील कर रहे हैं। दूसरी लहर में संक्रमण बच्चों के लिए कितना खतरनाक रहा एम्स की एक सीरो स्टडी में इस बात का बड़ा खुलासा हुआ है।
पहली बार बच्चे भी शामिल
पहली बार सीरो सर्वे में बच्चों को शामिल किया गया है। इस सर्वे के आधार पर एम्स के डॉक्टरों ने बताया कि नतीजे दर्शा रहे हैं कि बच्चों में भी संक्रमण बहुत ज्यादा है और अगर तीसरी लहर आती है, तो उन्हें ज्यादा खतरा नहीं होना चाहिए। अगर वायरस में बहुत ज्यादा म्यूटेशन होता है, तब न केवल बच्चे, बल्कि बड़ों में भी उतना ही खतरा है।
इतने लोगों ने लिया हिस्सा
इस सर्वे में कुल 4509 लोगों ने हिस्सा लिया था। इसमें 3809 अडल्ट और 700 बच्चे थे। बुजुर्गों में पॉजिटिव दर 63.5 प्रतिशत दर्ज की गई और बच्चों में यह 55.7 प्रतिशत पाई गई। स्टडी करने वाले एम्स के कम्युनिटी मेडिसिन के डॉक्टर पुनीत मिश्रा ने कहा कि यह आंकड़ा बताता है कि जितना बड़ों में संक्रमण पाया गया, लगभग उतना ही बच्चों में भी पाया गया।