इलाहाबाद : इलाहाबाद के कालिंदीपुरम से एक गजब का मामला सामने आया है। बता दें कि यहां एक वकील ने धूमनगंज थाने में अजीबोगरीब मुकदमा दर्ज कराया है। वकील ने अपनी पत्नी, ससुरालवालों और बिचौलियों को नामजद करते हुए केस दर्ज कराया है। वकील का कहना है कि इसी अप्रैल में लॉकडाउन के दौरान उनकी शादी सुल्तानपुर खास मऊआइमा की लड़की से हुई। शादी से पहले घरवालों ने लड़की की उम्र कम बताई थी। जो बायोडाटा, आधार कार्ड आदि दिए गए उसमें लड़की की उम्र 1992 लिखी है। शादी के बाद लड़की का चेहरा देखने से उम्र ज्यादा लगी। तब पूछने पर लड़की ने बताया कि उसका वास्तविक जन्म 1987 का है।
लड़की ने यह भी बताया कि घरवालों ने हाईस्कूल की मार्कशीट पर 1989 दर्ज कराया है। अधिवक्ता का आरोप है कि लड़की के घरवालों ने जो दस्तावेज दिए उसमे हाईस्कूल के प्रमाण पत्र, अन्य शैक्षिक प्रमाण पत्र और आधार कार्ड में जन्मतिथि 1992 दर्ज है। ऐसे में उनके साथ धोखाधड़ी और फ्रॉड किया गया। अधिवक्ता का यह भी आरोप है कि शादी से पहले उन्हें बताया गया कि लड़की संस्कारी है, पढ़ाई में बहुत तेज है, यह सब झूठ था।
उनका आरोप है कि पत्नी सारे गहने लेकर मायके चली गई। ससुराल वाले अब धमकी दे रहे हैं। बोल रहे हैं कि शादी हो चुकी है, अब उम्र से क्या लेना देना। अधिवक्ता ने पत्नी, ससुराल वालों के साथ ही शादी कराने वाले कई लोगों के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज कराया है। पुलिस इस मामले की जांच कर रही है।